main newsबिहारभारतराजनीति

पटना से विधायकों को लेकर दिल्ली पहुंचे नीतीश

बिहार का सियासी घमासान अब प्रेजिडेंट प्रणब मुखर्जी की अदालत में पहुंचेगा। जेडीयू के विधायक दल के नेता चुने गए नीतीश कुमार बुधवार को अपने समर्थक विधायकों और नेताओं के साथ प्रेजिडेंट से मिलेंगे। वह उनसे बिहार में नई सरकार बनाने के लिए कानूनी रास्ता देने का आग्रह करेंगे। इस दौरान नीतीश अपने विधायकों की परेड कराकर ताकत का भी इजहार करेंगे।

सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार देर शाम नीतीश गुट और आरजेडी, कांग्रेस के एमएलए दिल्ली पहुंच गए। उन्हें नोएडा और गाजियाबाद में अलग-अलग ग्रुप में अनजान जगहों पर ठहराया गया है। खरीद- फरोख्त की आशंका के मद्देनजर पार्टी अपने एक-एक एमएलए पर कड़ी निगरानी रख रही है।

मांझी ने की कैबिनेट की मीटिंग

मांझी अभी चुप नहीं बैठे हैं। मौजूदा घटनाक्रम से बेखबर मांझी अब भी झुकने के मूड में नहीं है। मंगलवार को उन्होंने अपनी कैबिनेट की मीटिंग की।

18 महकमे खुद संभालेंगे
अपने मंत्रियों की तादाद घटकर सिर्फ 9 बचने की वजह से मांझी ने ऐलान किया है कि 18 अहम विभागों का काम वह खुद ही देखेंगे। इससे पहले उनके पास केवल 9 विभाग थे। ये सभी विभाग 7 फरवरी को 20 मंत्रियों के इस्तीफे के बाद खाली हुए थे।

गवर्नर जवाब नहीं दे रहे : नीतीश
नीतीश कुमार ने बताया कि गवर्नर केसरीनाथ त्रिपाठी के सामने उन्होंने 130 एमएलए के साथ बहुमत की सरकार बनाने का दावा पेश किया था, लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं आया है। ऐसे में उनके पास प्रेजिडेंट के पास जाने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं बचा। बुधवार को प्रेजिडेंट के साथ मिलने वालों में नीतीश कुमार के साथ लालू प्रसाद, शरद यादव, मुलायम सिंह यादव और केसी त्यागी भी रहेंगे। मालूम हो कि शनिवार को जेडीयू विधायक दल ने जीतन मांझी को हटाकर नीतीश कुमार को अपना नेता चुना था।

गवर्नर दे सकते हैं न्योता
संकेत हैं कि नीतीश गुट अगर प्रेजिडेंट को 130 विधायकों का लिखित सपोर्ट देने में कामयाब रहा तो राज्यपाल पर उन्हें शपथ दिलाने का दबाव बढ़ेगा। दूसरी ओर, जीतन मांझी पूरी कोशिश में हैं कि विधानसभा में पहले उन्हें विश्वासमत साबित करने का मौका मिले।

मांझी को पहले मौका
संविधान विशेषज्ञों की मानें तो जीतन मांझी को पहले मौका मिल सकता है। इसके पीछे मांझी की राजनीति यह है कि उन्हें नीतीश को अस्थिर करने का और वक्त मिलेगा, जिससे उनके गुट में दो फाड़ हो सके। हालांकि बीजेपी ने अभी भी मांझी को सपोर्ट का कोई भरोसा नहीं दिलाया है।

बनाएंगे अलग पार्टी?
सूत्रों का कहना है कि जीतन मांझी जेडीयू से हटने के बाद अलग पार्टी बना सकते हैं। पहले उनके बीजेपी में जाने की खबरें आ रही थी, लेकिन दिल्ली में करारी हार के बाद अब पार्टी उन्हें शामिल करने को लेकर उत्साहित नहीं है। ऐसे में वह एक अलग पार्टी बना सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, उनकी पार्टी का हिस्सा लालू प्रसाद के साले साधु यादव भी हो सकते हैं। इसके अलावा आरजेडी एमपी पप्पू यादव भी जीतन मांझी के संपर्क में है। ऐसे में बिहार की सियासत में अगले कुछ दिन काफी तेज घटनाक्रम रहने वाला है।

 

मांझी को अपना उत्तराधिकारी चुनकर मैंने गलती की। लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी की हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मैंने सीएम पद से इस्तीफा दिया था। मैंने मांझी को सीएम बनाने का फैसला अच्छी मंशा से लिया था, लेकिन 8 महीने में यह गलत साबित हुआ। नीतीश कुमार, जेडीयू के विधायक दल के नेता

NCR Khabar News Desk

एनसीआर खबर.कॉम दिल्ली एनसीआर का प्रतिष्ठित और नं.1 हिंदी समाचार वेब साइट है। एनसीआर खबर.कॉम में हम आपकी राय और सुझावों की कद्र करते हैं। आप अपनी राय,सुझाव और ख़बरें हमें mynews@ncrkhabar.com पर भेज सकते हैं या 09654531723 पर संपर्क कर सकते हैं। आप हमें हमारे फेसबुक पेज पर भी फॉलो कर सकते हैं

Related Articles

Back to top button