वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा को काबू करने के लिये दो दशक पूर्व बनाए गए कानून के दायरे में इजाफा करते हुए उसमे समलैंगिकों प्रवासी और मूल अमेरिकी महिलाओं को शामिल करने के संशोधन को मंजूरी दी है।
ओबामा ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर गुरुवार को इस संशोधन को अपनी मंजूरी दी। अमेरिकी संसद का ऊपरी सदन सीनेट कानून मे इस महत्वपूर्ण बदलाव को पहले ही अपनी मंजूरी दे चुका है।
ओबामा ने कहा कि इस महत्वपूर्ण बदलाव के प्रभावी हो जाने के बाद अब हम इस गंभीर समस्या को वास्तविकता में हल कर पाने में सक्षम होंगे।
इस कानून के तहत घरेलू हिंसा का शिकार महिलाओं का पक्ष लेने वाले संगठनों को भी कानूनी सहायता का प्रावधान है। गैरसरकारी संगठन ‘हिंदू अमेरिकन सेवा’ ने भी घरेलू और यौन हिंसा को काबू करने के लिये व्यापक अभियान छेड़ दिया है। इस कानून को मूल रुप से साल 1994 में तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के कार्यकाल में पारित किया गया था।
इस बीच सर्च इंजन कंपनी गूगल ने भी महिला दिवस के अवसर पर आबादी के आधे हिस्से के जज्बे को सलाम करते हुये एक नई डूडल तस्वीर जारी की है जिसमें विश्व के अलग-अलग इलाकों की महिलाओं के हंसते मुस्कराते चेहरों को दर्शाया गया है।