जम्मू-कश्मीर में सत्ताधारी नैशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से बाढ़ पीडि़तों के लिए घोषित 745 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता को बड़ी निराशा और मजाक करार दिया है। प्रधानमंत्री मोदी के घाटी से रवाना होते ही राजनीतिक दलों ने प्रतिक्रिया जताई। मोदी करीब चार घंटे तक घाटी में रुके। इससे पहले मोदी ने सियाचिन ग्लेशियर पर तैनात भारतीय सैनिकों के साथ कुछ समय बिताया।
एनसी के प्रवक्ता ने सहायता की घोषणा को बड़ी निराशा बताया। उन्होंने कहा कि लोगों को बहुत उम्मीद थी कि मोदी महत्वपूर्ण घोषणा करेंगे, लेकिन जिस पैकेज का ऐलान किया है कि वह पर्याप्त नहीं है। प्रवक्ता ने कहा, ‘इस दौरे से पहले लोग मुख्यमंत्री की यह कह कर आलोचना कर रहे थे कि उमर नाकाम रहे हैं और अब मोदी हमें बचाने आएंगे। अब उन लोगों को यह मान लेना चाहिए कि उनकी आलोचना और उम्मीदें कितनी गलत थीं।’
पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाब नबी आजाद ने प्रधानमंत्री की ओर से की गई घोषणा को राज्य की जनता के साथ मजाक करार दिया। दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीसी चाको ने कहा कि यह पैकेज बहुत कम है और उनके दौरे का मकसद सिर्फ आने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी की मदद करना है।
दिवाली के मौके पर बाढ़ पीड़ितों से मिलने पहुंचे मोदी ने उन्हें हरसंभव मदद का ऐलान किया। इस मौके पर उन्होंने 745 करोड़ के पैकेज की घोषणा की। इसमें से 570 करोड़ रुपये बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए मकानों की मरम्मत के लिए और 175 करोड़ रुपये छह अस्पतालों के लिए देने की घोषणा की पीएम ने। केंद्र सरकार इससे पहले राज्य में बाढ़ आने के बाद 1000 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता दे चुकी है।