मुंबई । शिवसेना-भाजपा के 25 साल पुराने गठबंधन को बचाने के लिए चल रहे अंतिम प्रयासों के बीच भाजपा नेता एकनाथ खडसे ने यह आशंका जताई है कि राकांपा अध्यक्ष शरद पवार यह गठबंधन तुड़वाने की कोशिश कर रहे हैं।
विधानसभा में विरोधी पक्ष के नेता एकनाथ खडसे ने यह आशंका एक चैनल से बात करते हुए व्यक्त की है। खडसे के अनुसार भाजपा की ओर से गठबंधन कायम रखने का भरपूर प्रयास किया जा रहा है। लेकिन शिवसेना द्वारा अपनी बात पर अड़े रहने के कारण गठबंधन बचे रहने की संभावनाएं अब बहुत कम रह गई हैं।
गोपीनाथ मुंडे के करीबियों में रहे खडसे को भाजपा के ओम माथुर जैसे वरिष्ठ नेता से बात करने के लिए शिवसेना की ओर से उद्धव ठाकरे के पुद्दआदित्य ठाकरे को भेजा जाना भी उचित नहीं लगा।
खडसे मानते हैं कि शिवसेना-भाजपा गठबंधन टूटने का सीधा या परोक्ष लाभ कांग्रेस-राकांपा को ही हो सकता है। चूंकि पहले भी शरद पवार द्वारा दो दलों में दूरी बढ़ाने की राजनीति की जाती रही है। इसलिए इस बार भी इस साजिश से इन्कार नहीं किया जा सकता। शिवसेना-भाजपा के 25 साल पुराने रिश्तों में खटास पैदा होने के पीछे शिवसेना नेताओं द्वारा एवं उसके पार्टी मुखपद्दसामना में प्रधानमंद्दी नरेंद्र मोदी पर की जाती रही टिप्पणियों की बड़ी भूमिका रही है। माना जाता है कि शरद पवार के इशारों पर ही शिवसेना की ओर से ऐसी टिप्पणियां की जाती रही हैं।