8 मार्च यानी आधी आबादी (महिलाओं) का अपना दिन। मौजूदा समय में महिलाओं ने राजनीति, कला, सिनेमा, संगीत के अलावा कारोबार में भी अपनी सफलता के झंडे गाड़े हैं। आज कोई ऐसा क्षेत्र नहीं, जहां महिलाओं ने अपनी चमक और प्रतिभा का जलवा न बिखेरा हो। विशेषकर कुछ महिलाओं ने कारोबार जगत में अपनी कंपनियों को उस बुलंदी पर पहुंचाया, जिस वजह से फॉर्च्यून और फोर्ब्स पत्रिका ने भी उन्हें सराहा है।
चंदा कोचर
साल 2012 में फॉर्च्यून मैगजीन ने आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ चंदा कोचर को कारोबार जगत की सबसे ताकतवर महिला बताया। वह लगातार दूसरी बार इस लिस्ट में टॉप पर रही हैं। बैंकिंग का जाना पहचाना नाम चंदा कोचर ने अपनी करियर की शुरुआत बतौर मैनेजमेंट ट्रेनी की थी। बाद में मेहनत और लगन से आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ बनीं। बैंकिंग क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए कोचर को कई पुरस्कारों से नवाजा गया है, जिसमें पद्म विभूषण शामिल है।
कावेरी कलानिथि
सन टीवी ग्रुप की एक्जक्यूटिव डायरेक्टर कावेरी कलानिथि भारत की सबसे अधिक वेतन पानी वाली महिला हैं। फॉर्च्यून के मुताबिक 2012 में उनकी सैलरी 57 करोड़ रुपये सालाना थी। वे जानेमाने राजनीतिज्ञ और मीडिया कारोबारी कलानिधि मारन की पत्नी हैं।
उर्वी ए पीरामल
उर्वी ए पीरामल कारोबार जगत की नामचीन चेहरा हैं। वे पेनीनसुला लैंड लिमिटेड की एक्जक्यूटिव चेयरपर्सन हैं। इस कंपनी का कारोबार रीयल स्टेट, टेक्सटाइल, इंजीनियरिंग, एजुकेशन, इंटरटेनमेंट और स्पोर्ट्स में फैला हुआ है। कंपनी की नीति और फैसले में पीरामल की अहम भूमिका रही है। हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से पढ़ाई करने के बाद उन्होंने 1984 में इस ग्रुप को ज्वाइन किया और फिर सफलता के कदम चूमती गईं।
प्रीता रेड्डी
अपोलो हॉस्पीटल इंटरप्राइजेज लिमिटेड की मैनेजिंग डायरेक्टर प्रीता रेड्डी की कारोबारी क्षमता को अंतरराष्ट्रीय जगत ने भी सराहा है। एशिया की सबसे बड़ी हेल्थकेयर सर्विस अपोलो को संभालना अपने आप में गौरव और चुनौतीपूर्ण है। बतौर मैनेजिंग डायरेक्टर कंपनी उन्हें सालाना 6.9 करोड़ रुपये सैलरी देती है। 2009 में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने उन्हें भारत-अमेरिकी और भारत-मलयेशिया सीईओ फोरम में न्यौता दिया था। दोनों देशों की आर्थिक और कारोबारी रिश्ते बढ़ाने में उनकी अहम भूमिका रही।
रेणु सूद कर्नाड
एचडीएफसी की मैनेजिंग डायरेक्टर रेणू सूद कर्नाड को जब फॉर्च्यून की कारोबार महिलाओं की शख्सियतों में शुमार किया गया तो हर कोई चौंक गया। दिल्ली यूनिवर्सिटी और मुंबई यूनिवर्सिटी से उच्च शिक्षा हासिल करने के बाद उन्होंने प्रिंसटन यूनिवर्सिटी में भी पढ़ाई की। 1978 में वे एचडीएफसी (हाउसिंग डेवलपमेंट हाउसिंग कॉरपोरेशन) से जुड़ीं। बाद में कई जिम्मेदारियों का सफलतापूर्वक निर्वाह करने के बाद वे मैनेजिंग डायरेक्टर की पद पर पहुंची।
शोभना भरतिया
मीडिया जगत में शोभना भरतिया नामचीन चेहरा हैं। एचटी मीडिया की चेयरपर्सन और एडिटोरियल डायरेक्टर शोभना भरतिया को फोर्ब्स ने एशिया की सबसे ताकतवर कारोबारी महिला बताया। जीडी बिरला की पोती और केके बिरला की बेटी शोभना ने एचटी मीडिया को नया मुकाम दिया। 2006-12 तक वह राज्यसभा सांसद भी रहीं। शोभना को कई पुरस्कारों से भी नवाजा गया है। इसमें ग्लोबल लीडर ऑफ टूमोरो, आउटस्टेंडिंग बिजनेस वूमन ऑफ ईयर (2001), कॉरपोरेट एक्सलेंस अवॉर्ड, नेशनल प्रेस मीडिया अवॉर्ड शामिल हैं।
मलिका श्रीनिवासन (द ट्रैक्टर क्वीन)
भारत की दूसरी सबसे बड़ी ट्रैक्टर कंपनी टेफ (ट्रैक्टर एंड फार्म इक्विपमेंट) की सीईओ मलिका श्रीनिवासन ने कारोबारी जगत में सफलता का नया मुकाम हासिल किया है। मलिका के बारे में एक मशहूर कहावत है कि चेयरमैन बनते ही उनकी टेबल छोटी होती गई, वहीं कंपनी बड़ी होती गई। मलिका को कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। इनमें वूमन लीडर फॉर द ईयर शामिल है।