पहले दिल्ली विधानसभा चुनाव, फिर लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस ने अपनी चाल बदली है। सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमिटी के ऑफिस में पहली बार जन्माष्टमी मनाई जाएगी, इसके बाद रामनवमी भी मनाई जाएगी। अभी तक वहां महात्मा गांधी, नेहरू, इंदिरा और राजीव के जन्मदिन व पुण्यतिथि, स्वतंत्रता और गणतंत्र दिवस मनाए जाते थे।
कांग्रेस के दफ्तर में इफ्तार का भी आयोजन होता रहा है लेकिन अब पहली बार जन्माष्टमी मनाने की तैयारी शुरू हो गई है। आगे वाल्मीकि जयंती और क्रिसमस जैसे त्योहार भी बनाने की योजना है, लेकिन ये एक दिन पहले मनाए जाएंगे। चर्चा है कि दिल्ली के बाद इस पहल को सभी राज्यों के कांग्रेस कमिटी ऑफिसों में भी लागू किया जाएगा।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता मुकेश शर्मा का कहना था कि कांग्रेस सभी धर्मों और उनके त्योहारों का आदर करती है। कांग्रेसी नेता पहले से ही इन त्योहारों में शामिल होते रहे हैं। इसमें नया कुछ भी नहीं है।