राम विलास पासवान के भाजपा के साथ जाने से कांग्रेस को जबर्दस्त झटका लगा है।
हालाकि हकीकत यह भी है कि राहुल गांधी के निर्देश के बावजूद पासवान को भाजपा के साथ जाने से रोकने के लिए कोई भी कांग्रेसी नेता उनसे बातचीत करने नहीं गया। जबकि पासवान करीब दो घंटे तक इंतजार करते रहे।
यह जानकारी देने वाले सूत्रों का कहना है कि इसके बाद पासवान ने भाजपा के साथ जाने की अपने परिवार की जिद को मंजूरी दे दी।