दिल्ली के नामित मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सरकारी बंगले का ऑफर ठुकरा दिया है। केजरीवाल ने इसे ठुकराकर एक मिसाल पेश की है। मंगलवार को दिल्ली के मुख्य सचिव सरकारी आवास का ऑफर लेकर केजरीवाल के घर पहुंचे लेकिन उन्होंने इसे लेने से इंकार कर दिया।
सोमवार को केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस की ओर से जेड श्रेणी की सुरक्षा लेने से भी इनकार कर दिया था। मुख्यमंत्री के रूप में नामित होने के बाद दिल्ली पुलिस ने उन्हें उनके नए पदभार के अनुरूप जेड श्रेणी की सुरक्षा देने का इरादा जताया लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया। इस नई परिस्थिति के बाद केंद्र सरकार की ओर से उन्हें पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम की तरह सुरक्षा दी जाएगी। इसमें केजरीवाल के साथ सुरक्षा का तामझाम तो नहीं होगा लेकिन हर जगह ‘क्लीयर पैसेज’ हासिल होता रहेगा।
गौरतलब है कि केजरीवाल ने अपने घोषणापत्र में कहा था कि वह राजधानी के ‘वीआईपी कल्चर’ को खत्म कर देंगे। केजरीवाल ने इसकी शुरुआत खुद से ही की है। केजरीवाल ने पहले ही दिन से अन्य सीएम के मुकाबले नैतिक तौर पर बढ़त हासिल कर ली है।
चुनावी दौर में राजनेताओं का काफिला लंबी-चौड़ी एसयूवी और सरकारी गाड़ियों से भरा हुआ होता है लेकिन केजरीवाल एक साधारण वैगन-आर कार से चलते हैं। केजरीवाल और उनके अन्य नेताओं ने लालबत्ती का इस्तेमाल न करने का भी फैसला किया है