हकीकत जानने के लिए आजम खां ने मारा छापा

नगर विकास मंत्री आजम खां सोमवार को अचानक राजकीय शिशु सदन पहुंच गए। शिशु सदन में बच्चे उस वक्त जमीन पर बैठकर खाना खा रहे थे। उनका खाना जमीन पर गिरा हुआ था। इसके अलावा साफ-सफाई में कमी मिली।
कैबिनेट मंत्री ने नाराजगी जताते हुए डीएम-एसपी सहित अन्य कई अधिकारियों को बुला लिया। वो लगभग डेढ़ घंटे तक शिशु सदन में रहे। उन्होंने अफसरों को व्यवस्थाओं में सुधार के कड़े निर्देश दिए।
गौरतलब है कि कुछ माह के अंदर ही शिशु सदन के दो बच्चों की मौत हो चुकी है। पिछले साल भी एक बच्ची सलोनी की मौत हुई थी। इसके बाद शिशु सदन को सीआरपीएफ कालोनी से फिजिकल कालेज के पास स्थानांतरित किया गया था।
शिशु सदन को नई बिल्डिंग में लाए जाने के बाद भी व्यवस्था नहीं सुधरी। इस साल कुछ माह के अंदर ही दो बच्चों की बीमारी से मौत हो गई।
राजकीय शिशु सदन में व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए नगर विकास मंत्री दोपहर के वक्त अचानक वहां पहुंच गए। उन्होंने सदन में घुसते ही बच्चों की हालत देखी। बच्चे धूप में बैठकर भोजन कर रहे थे, जबकि कर्मचारी धूप सेंक रहे थे। यहां जगह-जगह गंदगी थी, जिस पर वह बिफर गए।
आजम ने अधीक्षक एचपी श्रीवास्तव को सदन में फैली गंदगी और अव्यवस्था पर नाराजगी जाहिर की। इस बीच जिलाधिकारी एनकेएस चौहान, जिला प्रोबेशन अधिकारी आरपी सिंह समेत अन्य अफसरों को तलब कर लिया गया। अफसरों को यहां के हालात दिखाए। इस दौरान अफसरों ने सदन में कर्मचारियों की कमी बताई साथ ही बच्चों की संख्या ज्यादा होने की बात कही। नगर विकास मंत्री ने अफसरों को सख्त निर्देश दिए कि यहां की व्यवस्था में सुधार होना चाहिए।