न्यूयॉर्क में डिप्टी काउंसल जनरल देवयानी खोबरागड़े के साथ बदसलूकी पर भारत ने मंगलवार को अमेरिका के खिलाफ अपना रुख और कड़ा कर लिया।
इस घटना पर सख्त ऐतराज जताने के लिए केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और भाजपा के पीएम पद के दावेदार नरेंद्र मोरी ने भारत दौरे पर आए अमेरिकी सांसदों के प्रतिनिधिमंडल से मिलने से इनकार कर दिया।
नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, “अमेरिका में हमारी महिला राजनयिक के साथ हुई बदसलूकी के प्रति विरोध जताने के लिए मैंने अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल से मिलने से इनकार कर दिया।”
देवयानी का स्ट्रिप सर्च हुआ
इस बीच भारत ने अमेरिका से देश में कार्यरत काउंसलर अधिकारियों के आईडी कार्ड लौटाने के लिए कहा है। इससे पहले अमेरिका ने न्यूयार्क पुलिस के देवयानी को स्ट्रिप सर्च (कपड़े उतारकर तलाशी) को सही ठहराते हुए कहा था कि गिरफ्तारी के बाद यह तय प्रक्रिया है।
अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट की डिप्टी प्रवक्ता मारी हर्फ ने संवाददाताओं से कहा, “डिप्लोमेटिक सिक्योरिटी ने उनकी गिरफ्तारी के वक्त तय प्रक्रिया का पालन किया।”
हथकड़ी में भी जकड़ा
उनसे मीडिया में चल रही उन खबरों के बारे में पूछा गया कि 39 वर्षीय देवयानी की कपड़े उतारकर तलाशी ली गई और हिरासत में लेने के बाद ड्रग एडिक्ट के साथ रखा गया।
अमेरिका के इस कदम की वजह से लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन ने अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल से मिलने से इनकार कर दिया।
1999 बैच की आईएफएस अधिकारी देवयानी को उनके बच्चों के स्कूल के पास से हिरासत में लिया गया और हथकड़ियां पहनाई गई।