मध्य प्रदेश में सोमवार से नरेंद्र मोदी की सभाओं का आक्रामक अभियान शुरू होने वाला है।
माना जा रहा है कि अब तक मध्य प्रदेश में मोदी के पोस्टरों से परहेज करने वाली भाजपा को समझ आ रहा है कि नरेंद्र मोदी की ‘मास अपील’ का लाभ उठाने का वक्त आ गया है, क्योंकि कांग्रेस कड़े मुकाबले में दिखाई देने लगी हैं।
गुजरात सरकार ने मध्य प्रदेश सरकार से नरेंद्र मोदी के लिए जेड प्लस एनएसजी सुरक्षा मुहैया कराने के लिए कहा है।
कांग्रेस के सभी प्रमुख नेता चुनावी समर में उतर गए हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया भी तेजी से सभाएं कर रहे हैं, तब भाजपा ने सिंधिया के गढ़ गुना में भी नरेंद्र मोदी की एक सभा रखी है। भाजपा के बागियों और एंटी-इनकंबेंसी के सामने अब पार्टी को नरेंद्र मोदी की याद आने लगी है।
एक दिन में चार सभाएं
सोमवार को नरेंद्र मोदी 11 बजे छतरपुर में सभा करेंगे। वह खजुराहो से हेलीकॉप्टर के जरिए छतरपुर जाएंगे। सागर के खेल परिसर में करीब दो बजे उनकी दूसरी सभा रखी गई है। करीब साढ़े तीन बजे उनकी सभा सिंधिया के गढ़ गुना में होगी। साढ़े पांच बजे मोदी भोपाल में मुख्यमंत्री निवास पर पहुंच जाएंगे। भोपाल में भी उनकी सभा दशहरा मैदान टीटी नगर में रखी गई है।
शाम को वह गांधीनगर लौट जाएंगे। मोदी 18 नवंबर से 23 नवंबर के बीच करीब 14 रैलियां मध्य प्रदेश में करने वाले हैं। मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के बागियों और सत्ताविरोधी रुझान ने पार्टी को कड़े संघर्ष के लिए बाध्य कर दिया है। अब तक के सर्वे में भले ही भाजपा को कांग्रेस से काफी आगे बताया गया हो लेकिन शिवराज सरकार के कई मंत्रियों को सीट बचाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है। कई विधायकों के लिए भी अपनी सीट बचाना मुश्किल हो रहा है।
दांव पर मंत्री
मंत्रियों में जयंत मलैया, बृजेंद्र प्रताप सिंह, रामकृष्ण कुसुमारिया, गौरीशंकर बिसेन, उमाशंकर गुप्ता, अजय बिश्नोई, कैलाश विजयवर्गीय को चुनावी मैदान में विरोधी उम्मीदवार से कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ रहा है। इसी तरह उनके ऐसे कई विधायकों को जो दस साल से सीट पर काबिज थे, बहुत पसीना बहाना पड़ रहा है। पार्टी टिकट बांटते समय ज्यादा असंतोष नहीं बढ़ाना चाहती थी, इसलिए उसने टिकट काटने से परहेज किया और अब वही उसके सामने संकट बनकर खड़े हो गए हैं।
मोदी यात्रा कहां और क्यों
छतरपुरः- बुंदेलखंड में भाजपा को काफी एंटी-इनकंबेंसी का सामना करना पड़ रहा है। उसके कई नेताओं की साख दांव पर लगी है।
गुनाः- यह ज्योतिरादित्य सिंधिया का क्षेत्र है। यशोधराराजे सिंधिया शिवपुरी से चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस का उम्मीदवार उन्हें कड़ी टक्कर दे रहा है।
सागरः- यहां भी भारतीय जनता पार्टी को एंटी इनकंबेंसी का मुकाबला करना पड़ रहा है। कांग्रेस को इस इलाके में अपना स्कोर ठीक करने की उम्मीद है।
भोपालः- भोपाल में करीब तीन सीटों पर भाजपा को कांग्रेस के उम्मीदवार कड़ी टक्कर दे रहे हैं। जहां उसके गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता की साख भी दांव पर लगी है।