हैदराबाद।। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हैदराबाद टेस्ट का दूसरा दिन भारतीय बैट्समैन के नाम रहा। भले ही सहवाग सुबह सस्ते में निपट गए, लेकिन मुरली विजय और चेतेश्वर पुजारा ने ऑस्ट्रेलियन बोलर्स की बखिया उधेड़कर रख दी। दोनों ने न सिर्फ सेंचुरीज़ पूरी की, बल्कि भारत की तरफ से दूसरे विकेट लिए रेकॉर्ड पार्टनरशिप भी बनाई। दोनों की धांसू बैटिंग की बदौलत भारत ऑस्ट्रेलिया से पहली पारी में 74 रनों की लीड लेने में कामयाब रहा। दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत का स्कोर 311 रहा।
मैच खत्म होने तक चेतेश्वर पुजारा और मुरली विजय ऑस्ट्रेलियन बोलरों को अपनी धुन पर नचा रहे थे। दोनों के बीच 250 रनों से ज्यादा की पार्टनरशिप से भारत ने ऑस्ट्रेलिया के 237 रन के स्कोर को पीछे छोड़ने में कामयाब रहा। रविवार सुबह सहवाग सस्ते में निपट गए, लेकिन इसके बाद पुजारा और मुरली विजय ने ऑस्ट्रेलियाई बोलर्स को विकेट के लिए तरसा कर रख दिया। दूसरे दिन का खेल शुरू होते वक्त मुरली विजय जीरो और सहवाग 4 रन बनाकर खेल रहे थे। सहवाग बिल्कुल भी लय में नजर नहीं आ रहे थे। कई मौकों पर उनके पांव जमे रहे, जिससे उन्हें शॉट खेलने में दिक्कत हो रही थी। इसी बीच सीडल की बॉल पर उनके बैट का किनारा लगा और बॉल सीधे कीपर वेड के ग्लव्स में समा गई।
इसके बाद आए चेतेश्वर पुजारा ने संभलकर खेलना शुरू किया। पुजारा और विजय ने न सिर्फ ऑस्ट्रेलियन बोलिंग अटैक का डटकर सामना किया, बल्कि बीच-बीच में बेहतरीन शॉट भी लगाए। लंच तक भारत ने 1 विकेट के नुकसान पर 54 रन बनाए। उस वक्त मुरली विजय 29 और चेतेश्वर पुजारा 15 रन बनाकर खेल रहे थे। लंच के बाद दोनों ने रन बनाने की रफ्तार बढ़ाई। पहले मुरली विजय ने हाफ सेंचुरी लगाई और फिर पुजारा ने भी 50 रन पूरे किए। टी ब्रेक तक मुरली विजय और चेतेश्वर पुजारा 73-73 रन बनाकर खेल रहे थे और भारत का स्कोर 160 रन था। इसके बाद दोनों ने गेयर बदला। पुजारा ने पहले अपनी सेंचुरी पूरी की और कुछ देर बाद विजय ने भी शतक जमाया। दोनों ने भारत को लीड भी दिलाई और साथ ही दूसरे विकेट के लिए सबसे ज्यादा 226 रन की पार्टनरशिप का रेकॉर्ड भी तोड़ा।
जैसे ही दोनों ने बैट्समैन ने सेंचुरी पूरी कर ली, उसके बाद से उन्होंने रन बनाने की रफ्तार भी बढ़ा दी। एक दौर ऐसा भी आया जब लगने लगा था कि टेस्ट मैच न होकर टी-20 खेला जा रहा हो। बावजूद इसके पुजारा और विजय अति उत्साह में नहीं आए और उन्होंने संयम बनाए रखा। वे उसी बॉल को हिट कर रहे थे, जो कमजोर थी। उधर कंगारुओं की सभी रणनीतियां फेल होती नजर आईं। जिस वक्त दूसरे दिन का खेल खत्म हुआ, चेतेश्वर पुजारा 162 (251) और मुरली विजय 129 (288) रन बनाकर खेल रहे थे।
इससे पहले शनिवार को टेस्ट के पहले दिन ऑस्ट्रेलिया के कप्तान माइकल क्लार्क ने 237/9 के बेहद कम स्कोर पर अपनी पारी घोषित कर दी थी। माना जा रहा था कि वह दिन के आखिरी पांच ओवर्स में भारत के कुछ विकेट हासिल करना चाहते थे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। पहले दिन भारतीय बोलरों, खासकर भुवनेश्वर ने शानदार बोलिंग करते हुए ऑस्ट्रेलिया के बैटिंग लाइनअप की कमर तोड़ दी थी। इसके बाद रही सही कसर रविवार को भारतीय बैट्समैन ने पूरी कर दी।