दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले शीला दीक्षित और अरविंद केजरीवाल की खुले मंच पर बहस हो सकती है।
दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की ओर से दी गई चुनौती को स्वीकार कर लिया है।
पर उन्होंने कहा कि इस बहस का फॉर्मेट और संचालक को देखने के बाद ही बहस में शामिल होंगी।
अगर ऐसा हुआ तो देश में पहली बार दो पार्टी के नेता खुले मंच्ा पर बहस करते नजर आएंगे। ऐसा अभी तक अमेरिका में चुनाव के दौरान होता आ रहा है।
अरविंद केजरीवाल ने जून में पत्र लिखकर शीला दीक्षित को जनता के बीच खुली बहस की चुनौती दी थी। कई बार शीला को ललकार चुके थे।
टाइम्स नाउ से बातचीत में शीला ने कहा, ‘पहले मुझे तो पता चले कि इसका फॉर्मैट क्या होगा? और कौन इसे मॉडरेट करेगा?’
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ‘मैं किसी भी तरह की बहस के लिए तैयार हूं। मेरी शर्तें हैं कि यह जनता के लिए खुली हो, दिल्ली की जनता को इसमें सवाल पूछने की इजाजत हो और इसे मॉडरेट करने वाला शख्स स्वतंत्र मत वाला हो व दोनों पक्षों को स्वीकार्य हो।’
अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बहस के लिए रामलीला मैदान या किसी भी बड़े मैदान में आमंत्रित किया था, जिसमें बहस की तारीख और समय मुख्यमंत्री की सुविधा के हिसाब से ही तय किया जाएगा।