रायपुर/नई दिल्ली।। सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर योग गुरु बाबा रामदेव के हमलों से नाराज कांग्रेस ने उन पर पलटवार शुरू कर दिया है। रायपुर में कांग्रेस की महिला कार्यकर्ताओं ने उन्हें एयरपोर्ट पर घेरकर सलवार और चूड़ियां भेंट करने की कोशिश की। इसके अलावा दिल्ली में कांग्रेस ने चुनाव आयोग से भी उनकी शिकायत की है। कांग्रेस ने बाबा के योग शिविरों को राजनीतिक बताते हुए इस पर रोक लगाने की मांग की है। छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस ने शिकायत की है कि बाबा रामदेव को राज्य में राज्य अतिथि का दर्जा दिया जा रहा है और वह अपने मंच से भारतीय जनता पार्टी का प्रचार कर रहे हैं।
मंगलवार शाम महिला कार्यकर्ताओं ने बाबा रामदेव का जबर्दस्त विरोध किया। कांग्रेस की महिला कार्यकर्ताएं उन्हें सलवार और चूड़ियां भेंट करने एयरपोर्ट पहुंच गईं। इसके बारे में जैसे ही बाबा रामदेव को पता चला तो वह किसी तरह छिपते-छिपाते एयरपोर्ट पहुंचे। इसके बावजूद महिला कार्यकर्ताओं ने उन्हें देख लिया और उनकी तरफ दौड़ीं। बाबा तेजी से एयरपोर्ट के भीतर घुस गए और महिलाओं को सुरक्षाकर्मियों ने रोक लिया। बाबा जब लाउंज के भीतर घुस गए तो उन्होंने महिलाओं का हाथ हिलाकर अभिवादन भी किया। रामदेव के जाने के बाद भी काफी देर तक कांग्रेस की महिला कार्याकर्ता नारेबाजी करती रहीं।
इससे पहले बाबा रामदेव ने मंगलवार दुर्ग में एक कार्यक्रम में कहा कि संसद में बैठे कुछ लोग कर्म कम, कुकर्म ज्यादा कर रहे हैं। अधर्म ज्यादा हो रहा है। ताड़का, रावण और कंस नए अवतार में आ गए हैं। उनका वध करने के लिए सुदर्शन चक्र चलाने की जरूरत नहीं बल्कि बटन दबाकर ऐसे राक्षसों का नाश करना होगा। इसके बाद बाबा रामदेव ने कहा कि किसको बटन दबाना है, यह बताना जरूरी नहीं। आप खुद समझदार हैं। उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कांग्रेस और सोनिया गांधी पर जमकर हमले किए। रामदेव ने कहा कि विदेशी पार्टी को वोट मत देना। इस विदेशी पार्टी का गठन अंग्रेज एओ ह्यूम ने किया। इस पार्टी का गठन असल में अंग्रेजी साम्राज्य की रक्षा और विद्रोह को दबाने के लिए किया गया। उन्होंने कहा कि चुनाव में विदेशी पार्टी नहीं बल्कि भारत की जनता की पार्टी अच्छी है।
दिल्ली में बाबा रामदेव के लगने वाले योग शिविरों को सियासी शिविर बताते हुए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य डॉ. नरेश कुमार ने दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय देव से मुलाकात कर उनसे योग शिविर और योग दीक्षा सभाओं पर रोक लगाने की मांग की। उनकी इस शिकायत को दिल्ली चुनाव आयोग ने भारतीय चुनाव आयोग को भेज दिया था। जिस पर संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने बाबा रामदेव के योग शिविरों के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिया गया है। कोई भी राजनीतिक व्यक्ति न तो योग शिविर का उद्घाटन करेगा और न समापन। इसमें विशेष या मुख्य अतिथि के रूप में भी कोई राजनीतिक व्यक्ति शामिल नहीं होगा। किसी राजनीतिक पार्टी का किसी तरह से प्रचार भी नहीं किया जा सकेगा। आयोजकों को स्थानीय प्रशासन को लिखित रूप से देना होगा कि वह जारी दिशा-निर्देश के अनुसार ही शिविर लगाएगा। दिशा निर्देश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।