बिहार के बहुचर्चित चारा घोटाले में आज सीबीआई की विशेष अदालत के फैसले के बाद राजद के प्रमुख लालू प्रसाद यादव की मुश्किल बढ़ गई है।
क्योंकि हाल ही में सर्वोच्च न्यायालय के एक आदेश के कारण मामले में दोषी ठहराए जाने पर उनकी संसद सदस्यता खतरे में पड़ गई है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार लालू प्रसाद को चारा घोटाला केस में दोषी करार दिए जाने के बाद अब उनकी पत्नी राबड़ी देवी नहीं, बल्कि उनके पुत्र तेजस्वी यादव बिहार में राजद की कमान संभाल सकते है।
सूत्र बताते है कि सीबीआई की विशेष अदालत का फैसला आने के तुरंत बाद राजद के वरिष्ठ नेताओं की बैठकों का दौर जारी है।
हालांकि इन बैठकों का प्रमुख मुद्दा लालू प्रयाद यादव के सजा होने और जेल जाने की दशा में पार्टी और परिवार को चलाने की रणनीति तैयार करना ही है, परंतु अंदरखाने से जो बाद छन कर सामने आ रही है वह है कि राजद की कमान कौन संभालेगा?
सूत्र बताते है कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की इच्छा है कि पार्टी अगला लोकसभा चुनाव उनके बेटे तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़े।
इसके लिए वे पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं रघुवंश प्रसाद सिंह, प्रेम गुप्ता, जय प्रकाश यादव और राम कृपाल यादव से बात कर चुके है।
वैसे भी पिछले कई महीनों से बिहार में राजद को फिर से खड़ा करने में तेजस्वी यादव जी जान से लगे हुए है।
तेजस्वी ने बिहार में युवाओं को जोड़ने के लिए यंग यादव नाम से एक फेसबुक प्रोफाइल भी बनाई है, जिससे बड़ी संख्या में स्वजातीय युवा जुड़ रहे है।