अस्पताल का नाम सुनते ही हमारे मन में छवि आती है जहां बीमार लोगों के स्वस्थ किया जाता है । किंतु यदि अस्पताल ही लोगों को बीमार करने का कारण बनने लगे तो फिर क्या करें ? बाड़ खेत खाने लगे तो लोग क्या करें ?
ऐसा ही एक प्रकरण ग्रेटर नोएडा वेस्ट के एक अस्पताल के मामले में आया है जहां अस्पताल में लगे जेनसेट से प्रदूषण फैलने और उसकी वजह से आसपास के लोगों के स्वास्थ्य को होने वाले नुकसान की बात एक यूजर ने सोशल मीडिया पर उठाई है जिसके बाद सोशल मीडिया पर इस पर कार्यवाही की मांग तेज हो गई है ।
Dear @CPCB_OFFICIA, @UppcbN The harmful smoke coming from Diesel Genset smoke owned by @Sarvodaya_Care hospital in Gaur City2 greater noida west is effecting neighbouring societies as well as environment.This is very very concerning & disappointing.Kindly take serious cognizance pic.twitter.com/H50veC2mKI
— Tanmay Tyagi (@tanmay244) August 5, 2023
सोशल मीडिया में तन्मय त्यागी नाम के एक यूजर ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट में स्थित सर्वोदय अस्पताल की चिमनी से निकलने वाले काले हुए का वीडियो डालते हुए लिखा है कि इस धुंए से हॉस्पिटल के आसपास की सोसाइटियो में रहने वाले लोगों पर असर हो रहा है इसके साथ साथ वातावरण भी प्रदूषित हो रहा है
जिसके बाद मयंक कुमार नामक एक यूजर ने लिखा है कि यह गौड़ सिटी में आसपास की सोसाइटी के लिए बहुत अनहाइजीनिक है अस्पताल इलाज के लिए होते हैं लोगों की जीवन में समस्या पैदा करने के लिए नहीं
तो विवेक सिंह नामक यूज़र ने लिखा इसे बदतर स्थिति बताया है और कहा है कि शायद यह ही तरीका है कि हम कैसे प्रदूषण रहित वातावरण को टारगेट कर रहे हैं इससे गौड़ सिटी 2 में रहने वाले बूढ़े और बच्चों की जिंदगी पर असर पड़ रहा है