राजेश बैरागी l गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट पर आगामी चुनाव में भाजपा के टिकट के लिए ताल ठोंक रहे उम्मीदवारों की लोकप्रियता या जनाधार को लेकर आपके प्रिय समाचार पोर्टल एनसीआर खबर द्वारा ऑनलाइन कराए गए सर्वे ने वर्तमान सांसद डॉ महेश शर्मा समेत कई टिकटार्थियों की पोल खोल दी है। इस सर्वे में पूर्व विधायक एवं मंत्री नवाब सिंह नागर अप्रत्याशित रूप से विजेता बनकर उभरे। सर्वे में हिस्सा लेने वाले मतदाताओं ने उन्हें सर्वाधिक पसंदीदा उम्मीदवार बना दिया।
एनसीआर खबर द्वारा ऑनलाइन आयोजित किया गया यह सर्वे इस मायने में अभूतपूर्व है कि इसे एक ही राजनीतिक दल भाजपा से एक ही लोकसभा सीट गौतमबुद्धनगर के लिए टिकट के दावेदारों की लोकप्रियता मापने के लिए आयोजित किया गया। प्रारंभ में इसमें डॉ महेश शर्मा, जेवर विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह, गौतमबुद्धनगर के पूर्व जिलाधिकारी बी एन सिंह व नवाब सिंह नागर को ही रखा गया था। सर्वे प्रारंभ होने के बाद पाठकों/मतदाताओं द्वारा गोपाल कृष्ण अग्रवाल व सुरेंद्र नागर को सर्वे में शामिल न करने पर आपत्ति दर्ज की जाने लगीं।
सर्वे के परिणाम में नवाब सिंह नागर ने सभी प्रत्याशियों को पीछे छोड़ते हुए 29.2 प्रतिशत वोट पाकर सभी को चारों खाने चित कर दिया। डॉ महेश शर्मा 23.8 प्रतिशत वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे। धीरेंद्र सिंह, गोपाल कृष्ण अग्रवाल व सुरेंद्र नागर को क्रमशः 16,14,9 प्रतिशत वोट मिले। सर्वे में सबसे पहले सबसे आगे चलने वाले बी एन सिंह की जमानत जब्त हो गई। उन्हें मात्र 0.4 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए। नोटा ने इस सर्वे में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की और 6.3 प्रतिशत वोट पाकर वह पांचवें स्थान पर रहा।
अनायास कराए गए इस सर्वे के परिणाम के क्या निहितार्थ हैं? भाजपा के कई टिकटार्थियों ने अपने समर्थकों के माध्यम से इस सर्वे के परिणाम को खारिज किया है। क्या यह खारिज किए जाने से सच्चाई को झुठलाया जा सकता है? मेरा मानना है कि टिकट की दौड़ में शामिल सभी उम्मीदवारों को अपने कमजोर पक्ष को पहचानने से नजरें नहीं चुरानी चाहिएं। उन्हें सर्वे कराने वाले एनसीआर खबर को उन्हें समय से जगा देने के लिए धन्यवाद देना चाहिए। सत्तारूढ़ पार्टी से होने के बावजूद इतना शिष्टाचार तो शेष रहना चाहिए।