राजेश बैरागी । यह केवल संयोग नहीं है कि जब आगामी लोकसभा चुनाव की अघोषित रूप से तैयारी चल रही है,तब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एक सरकारी कार्यक्रम में ग्रेटर नोएडा आएं और अपनी पार्टी के स्थानीय सांसद डॉ महेश शर्मा के घर भोजन करें। राजनीतिक दलों के शीर्ष नेताओं का अपने किसी नेता या कार्यकर्ता के यहां जाकर भोजन करने की बात केवल उस थाली कटोरी तक सीमित नहीं रहती जिसमें भोजन किया जाता है। भोजन करने वाला और भोजन कराने वाला दोनों ही कसमें खाकर इसे समय के अनुसार उदरपूर्ति कहें या शिष्टाचार भोज बताकर बात को रफा-दफा करने का प्रयास करें, परंतु बात निकली है तो दूर तक अवश्य जाएगी।आज शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ग्रेटर नोएडा स्थित केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के कैंप में पधारे और दावे के मुताबिक चार करोड़वां पीपल का पौधा लगाया। निस्संदेह वे केवल एक पौधे को रौंपने के लिए यहां नहीं आए होंगे। परंतु उन्होंने अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता और स्थानीय सांसद डॉ महेश शर्मा के घर दोपहर का भोजन कर एक राजनीतिक पौधा भी रौंप दिया।
आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर गौतमबुद्धनगर भाजपा में घमासान मचा हुआ है। सत्ताधारी पार्टी जब पूरी क्षमता के साथ सत्ता में होती है तो चुनाव के समय वह विपक्षी दलों से पहले खुद से लड़ती है। यही इस समय गौतमबुद्धनगर भाजपा में हो रहा है। आगामी चुनाव में पार्टी का टिकट हासिल करने के लिए आधा दर्जन से अधिक उम्मीदवार जोर लगा रहे हैं। इनमें भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल से लेकर यहां जिलाधिकारी रहे आईएएस बी एन सिंह और जेवर विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह तक शामिल हैं। पूर्व विधायक और मंत्री नवाब सिंह नागर ने भी पोस्टर हॉर्डिंग के माध्यम से अपनी दावेदारी पेश कर दी है।ये सभी टिकट चाहते हैं। परंतु यह तभी संभव है जब वर्तमान सांसद डॉ महेश शर्मा को पार्टी टिकट न दे। इसलिए येन-केन-प्रकारेण इन सभी टिकटार्थियों के निशाने पर महेश शर्मा ही हैं। महेश शर्मा भी जब तब उठे विवादों और पार्टी के भीतर से होने वाले विरोध को लेकर सहज नहीं हैं।
आपके प्रिय समाचार पोर्टल ‘एनसीआर खबर’ द्वारा पिछले दो दिनों से चलाए जा रहे पोल में महेश शर्मा समेत भाजपा से टिकट मांग रहे सभी भावी प्रत्याशियों के जनाधार की पोल खुल रही है।
ऐसे कठिन समय में भाजपा के शीर्ष नंबर दो नेता का डॉ महेश शर्मा के यहां सरकारी कार्यक्रम के बीच में जाकर भोजन करना केवल पेट भरना नहीं है। डॉ महेश शर्मा ने भी इस भोजन प्रकरण को निजी नहीं रखा। उन्होंने उनके घर आए गृहमंत्री का अपने परिजनों और उत्तर प्रदेश भाजपा के शीर्ष नेताओं सहित फोटो को पूरी शिद्दत से सार्वजनिक किया।उनके निमंत्रण पर अथवा अपनी इच्छा से हाथ जूठे कर गए गृहमंत्री ने डॉ महेश शर्मा के विरुद्ध स्थानीय स्तर पर पार्टी में चल रहे घमासान की हवा को कुछ हद तक कमजोर कर दिया है।हालांकि अभी यह कहना मुश्किल है कि पार्टी के शीर्ष नेता और देश के गृहमंत्री द्वारा महेश शर्मा के यहां भोजन करने के बावजूद टिकट किसके हाथ लगेगा।