उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए जहां सभी दल अपनी अपनी तैयारियां कर रहे हैं वही नोएडा कांग्रेस में गुटबाजी अपने चरम पर है एनसीआर खबर में कुछ समय पहले बताया था कि नोएडा में कांग्रेस सेवा दल के अध्यक्ष के कार्यकलापों से परेशान होकर लगातार लोग संगठन से बाहर जा रहे थे जिसके बाद कांग्रेस सेवादल प्रदेश अध्यक्ष ने सेवादल अध्यक्ष को पार्टी गतिविधियों के खिलाफ काम करने के कारण पूरी इकाई को भंग कर दिया था

लेकिन इसके बाद निष्काशित सेवादल अध्यक्ष ने महानगर कांग्रेस अध्यक्ष शहाबुद्दीन के खिलाफ मीडिया में प्रेस विज्ञप्ति देकर आरोप लगाया कि उनको पद से हटाया जाए अपने आरोपों में मीडिया को पूर्व सेवादल अध्यक्ष ने इस्तीफा देना बताया जबकि उनको हटाकर इकाई भंग की गई थी अपने इस्तीफे के लिए दी गई प्रेस रिलीज में कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष ने बताया कि महानगर अध्यक्ष शहाबुद्दीन ने पार्टी हाईकमान को उनके खिलाफ भड़का दिया है और खुद पार्टी विचारधारा के खिलाफ काम कर रहे हैं इसी क्रम में उन्होंने यह भी लिखवा दिया कि सेवादल उपाध्यक्ष शैलेंद्र वर्णवाल ने भी शाहबुद्दीन के कारण ही इस्तीफा दिया थे ।
कल मीडिया में इस तरह की खबरें आने के बाद शैलेंद्र बरनवाल ने सोशल मीडिया पर अपना पक्ष दिया और कहा कि उनका शाहबुद्दीन से कोई अनबन नहीं है उन्होंने ऐसे खबर छापने वाले सभी मीडिया के खिलाफ मानहानि का नोटिस देने की भी बात की शैलेंद्र बरनवाल ने एनसीआर खबर को बताया कि ऐसी खबरें दो लोगों को लड़वाने के लिए हैं छपवा ही गई हैं और पूर्व सेवादल अध्यक्ष द्वारा सहानुभूति पाने की कोशिश मात्र है और इस बार उन्होंने शैलेंद्र बरनवाल का सहारा लिया है वो इस तरह के हथकंडे अपनाते रहे हैं आरोप है कि कांग्रेस सेवा दल में पूर्व अध्यक्ष ने नोएडा की जगह ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद तक के लोगों को जोड़ दिया था जिसके कारण भी पूरी इकाई को भंग कर दिया गया
संगठन की गुटबाजी से चुनाव लड़ने के दावेदार परेशान
राजनैतिक विश्लेषकों का मानना है कि चुनाव से मात्र कुछ महीने पहले कांग्रेस और उसके संगठनों के बीच इस तरीके की रस्साकशी नुकसानदायक होगी । ऐसे में नोएडा में कांग्रेस से चुनाव लड़ने की योजना बना कर बैठे कई लोगों को इस कवायद से पसीना आने लगा है । पूर्व कांग्रेस सेवा दल अध्यक्ष द्वारा किए जा रहे सोशल मीडिया पर अनावश्यक पोस्ट और कमेन्ट अन्य पार्टियों के समर्थन में किए जा रहे हैं पोस्ट भी ऐसे लोगों को परेशान कर रहे हैं लोगों का कहना है कि एक तरफ पूर्व सेवादल अध्यक्ष कांग्रेसी होने का दावा करते हैं और दूसरी तरफ हमेशा ही कांग्रेस प्रत्याशियों के खिलाफ दुष्प्रचार करते रहे ऐसे में इनको कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से भी निष्कासित किया जाना जरूरी है नहीं तो चुनाव के समय यह फिर प्रत्याशी के हारने की भविष्यवाणी कर देंगे