राजेश बैरागी l यमुना में भारी मात्रा में अचानक आए पानी से तो ग्रेटर नोएडा शहर सुरक्षित रहा है परंतु प्राधिकरण की लापरवाही से सूरजपुर कासना रोड पर बना प्राधिकरण का करोड़ों रुपए का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट हवालिया नाले के पानी में डूब गया। शुक्रवार रात पानी के बैक फ्लो से नाले का लगभग 15 फुट लंबा हिस्सा बैठ जाने से न केवल एसटीपी बल्कि ईदगाह और 10 नर्सरी भी सात फुट ऊंचे पानी में डूबे हुए हैं। सीवर ट्रीटमेंट प्लांट की गंदगी पानी में घुलने से आसपास के क्षेत्र में दुर्गंध फैल गई है।
गौरतलब है कि सूरजपुर वैटलैंड से निकलने वाला हवालिया नाला पी थ्री गोलचक्कर के निकट से गुजरता है। यहां इसमें दबे सीवर पाइप के ऊपर पुश्ते को बनाने में लापरवाही बरती गई है। पुश्ते से कुछ दूरी पर प्राधिकरण ने अपना सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाया हुआ है। वहीं एक प्राचीन ईदगाह और कासना गांव के लोगों की 10 नर्सरी भी हैं।
शुक्रवार रात में यमुना के बढ़े जलस्तर के कारण हवालिया नाले में पानी का बैकफ्लो होने से लगभग 15 फुट पुश्ता बैठ गया। इससे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, ईदगाह और वैष्णव, तिरंगा,शिव, राजपूत, राधारानी,राजा नामक सभी नर्सरी लगभग सात फुट पानी में डूब गए। इस कारण शुक्रवार को ईदगाह में जुमे की नमाज भी नहीं हो सकी। पानी भरने से एसटीपी में लाखों रुपए का नुक्सान बताया जा रहा है। इसके लिए एसटीपी की देखभाल करने वाले प्राधिकरण के स्टाफ को जिम्मेदार बताया जा रहा है। इस संबंध में प्राधिकरण के आला अधिकारियों को भी अंधेरे में रखा जा रहा है।