उत्तर प्रदेश सरकार का नोएडा जिले में तीनों अथॉरिटी के कार्यों को रोकने वाले नौकरशाहों का सफाई अभियान जारी है गुरुवार को महत्वपूर्ण बदलाव करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर औद्योगिक विकास विभाग में प्रमुख सचिव और उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण यमुना एक्सप्रेसवे डेवलपमेंट अथॉरिटी के चेयरमैन नरेंद्र भूषण की छुट्टी कर दी गई है।
प्राधिकरण के सूत्रों के अनुसार नरेंद्र भूषण यमुना अथॉरिटी की बोर्ड मीटिंग में कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं की फाइलों पर हस्ताक्षर नहीं कर रहे थे जिसके कारण सरकार की किरकिरी हो रही थी जानकारी के अनुसार नरेंद्र भूषण को वेटिंग लिस्ट में डाल दिया गया है फिलहाल उनके पास कोई विवाद नहीं है उनकी जगह यमुना अथॉरिटी में अनिल सागर को चेयरमैन बनाया गया है अनिल सागर अभी उत्तर प्रदेश सरकार में औद्योगिक स्थापना विभाग के प्रमुख सचिव है
मीडिया में नरेंद्र भूषण पर तमाम आरोप लगते रहे हैं ग्रेटर नोएडा के सीईओ रहते हुए पत्रकारों में उनके लिए कहा जाता था कि उन्होंने स्वयं किसी पत्रकार से कहा था कि मुझे काम करने से ज्यादा काम को लटकाने में ज्यादा मजा आता है । बीते दिनों उद्योग विभाग में प्रमुख सचिव रहते हुए भी ट्रांसफर पोस्टिंग में उन्होंने सरकार की किरकिरी करवा दी थी माना जाता है जिंदगी अफसरों को सरकार ने हटाया था उन तमाम अधिकारियों को नरेंद्र भूषण ने मलाईदार पोस्ट देकर वापस भेज दिया यही नहीं नरेंद्र भूषण ने इन अफसरों के खिलाफ चल रही जांच को भी ठंडे बस्ते में डलवा दिया था ।