राजेश बैरागी l चार दिन पहले जिला न्यायालय गौतमबुद्धनगर में एक सरकारी वकील और बार एसोसिएशन के सचिव के बीच हुई मारपीट मामले में सरकारी वकील को अंतरिम जमानत मिलने की अपुष्ट सुचना से नया मोड़ आ गया है। इस बीच बार एसोसिएशन के कुछ पदाधिकारियों के विरुद्ध भी एफआईआर दर्ज होने की चर्चा है। इसके साथ ही बार और सरकारी वकील पर न्यायालय और पुलिस प्रशासन द्वारा मामले को रफा-दफा करने का प्रयास किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि गत 10 जुलाई को जिला न्यायालय गौतमबुद्धनगर में पोक्सो कोर्ट प्रथम के बाहर विशेष लोक अभियोजक नीटू विश्नोई और बार सचिव नीरज तंवर के बीच मारपीट की घटना हुई थी।बार एसोसिएशन ने इस संबंध में नीटू विश्नोई के खिलाफ थाना सूरजपुर में हमला करने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।तभी से नीटू विश्नोई को गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग को लेकर बार एसोसिएशन के आह्वान पर अधिवक्ता हड़ताल किए हुए हैं। इस बीच सूत्रों का कहना है कि नीटू विश्नोई की तहरीर पर बार एसोसिएशन के कुछ पदाधिकारियों समेत कई अज्ञात अधिवक्ताओं के विरुद्ध भी एक एफआईआर दर्ज की गई है। यह भी खबर है कि इस मामले की जड़ में जातिवाद होने के कथित कारण से बार एसोसिएशन में भी असहमति के स्वर उठ रहे हैं।