आंखो देखी: अन्यायऔर भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़ी दीवार का नाम है नरेश नौटियाल
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की तपती दोपहरी में प्राधिकरण के सामने एक तरफ किसान आंदोलन कर रहे हैं तो दूसरी तरफ इको विलेज वन के गेट पर सुपरटेक बिल्डर के खिलाफ समस्यायों को लेकर निवासी धरने पर बैठे है । प्रतिदिन इनके सामने से निकलते हुए अक्सर मैं इनकी हताशा और क्रोध को देखता हूं ।

ऐसे ही एक दिन निकलते हुए एक भद्र पुरुष से परिचय होता है, वो बताते है बिल्डर प्राधिकरण के भ्रष्ट्राचार और गठजोड़ के खिलाफ आने वाली 1 जुलाई को वो पुरे देश में देश हित के लिए भ्रष्टाचार दिवस मनाने जा रहे है । दुख और व्यंग्य के साथ आगे कहते हैं कि आओ इसे खूब धूमधाम से मनाएं ताकि देश में शासन प्रशासन सरकार इनके कानों तक जूं रेंग जाए तथा भ्रष्टाचारी रूपी नींद उड़े और वैसे भी इन्हें हमारा दुख तो दिखता नहीं कम से कम खुशी ही दिख जाए ।
व्यक्ति, मुद्दा और तरीका तीनों प्रभावशाली होने पर में उनका नाम और परिचय पूछता हूं । तो वो नाम नरेश नौटियाल बताते हैं। नरेश ने बताया कि वो जागो बायर्स जागो के नाम से मुहिम चला रहे है और बिल्डर्स के धोखेबाजी और प्राधिकरण के भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ते हुए अब 1 जुलाई 2023 को भ्रष्टाचार दिवस के तौर पर मनाने की शुरुआत कर रहे हैं । नरेश 1 जुलाई को प्राधिकरण के सामने धरना देने का भी दावा करते हैं

उनके बारे में पूछने पर नरेश नौटियाल बताते है कि उन्होंने अपने जीवन भर की कमाई हिमालय प्राईड देविका गोल्ड होम्ज और इको विलेज बंद मैं यह सोचकर लगा दी कि इससे उनका आने वाला भविष्य सुखमय और सुरक्षित हो जाएगा । लेकिन तीनों ही जगह उनका जीवन बिल्डर्स के साथ संघर्ष में बदल गया । नरेश ने हिमालय प्राईड में बिल्डर के खिलाफ कानूनी कार्यवाही का तरीका अपनाया जिसके बाद प्राधिकरण लगातार बिल्डर की गलत गतिविधियों के खिलाफ कार्यवाही की बात तो कहता है मगर कार्यवाही कब होगी वह तारीख नहीं बताता है ।
कई बार के फॉलोअप के बावजूद अभी तक प्राधिकरण को पुलिस फोर्स का इंतजाम हो नहीं पाया है और बिल्डर पर कोई कार्यवाही नहीं हुई इसके उलट नरेश नौटियाल को ही फोन करके उनके फ्लैट में गलत निर्माण पर प्रश्न किए गए । ऐसे ही देविका गोल्ड होम्ज सोसाइटी में उनके लिए फ्लैट पर सही बिल ना देने को लेकर बिल्डर समुचित कार्यवाही तो नहीं कर रहा है लेकिन उनको अलग अलग तरीके से धमकी दिलवा रहा है जिसकी शिकायत उन्होंने पुलिस में भी की मगर संघर्ष वही का वही है।
इको विलेज वन के साथ अपने दुर्भाग्य को जोड़ते हुए वह बताते हैं कि उन्होंने यह सोचकर इस प्रोजेक्ट में हाथ डाला था कि यहां बिल्डर बड़ा है और सब कुछ सही होगा लेकिन यहां भी मामला फंस गया है बीते दिनों बिल्डर के साथ निवासियों की बैठक के दौरान भी उन्होंने बिजली के एक्चुअल लोड और निवासियों द्वारा मांगे जा रहे इंफ्रास्ट्रक्चर और बिल्पडर द्रवारा लिए जा रहे गलत ट्रांसफर चार्जेस पर प्रश्न उठाए जिसका कोई जवाब नहीं था । नरेश ने बताया कि इको विलेज वन में कुछ ऐसे भी लोग हैं जो बायर्स की जगह बिल्डर के साथ अनुचित लाभ लेकर ऐसी समस्याओं पर होने वाली मीटिंग हो में हंगामा करते हैं जिसके कारण बिल्डर को लोगों के आक्रोश के समय सेफ्टी वाल्व मिल जाता है और उसका काम आसान हो जाता है।
सुपर टेक ट्रांसफर चार्जेस 200 रुपए पर sq foot +GST और मेंटेनेंस का rs 2.36 पैसे ले रहा है। जबकि अथॉरिटी के नियम के हिसाब से वो जीएसटी के साथ ₹2 से ज्यादा नहीं ले सकता है ।
नरेश नौटियाल
ऐसे में 3 बिल्डर के साथ 3 फ्लैट में इन्वेस्ट करने के बावजूद उनकी जिंदगी मैं दुख के कांटे बिछ गए हैं और उसके पीछे सिर्फ प्राधिकरण में बैठे अधिकारियों और बिल्डर के गठजोड़ से बना भ्रष्टाचार सबसे बड़ा कारण है । इसीलिए वह 1 जुलाई को भ्रष्टाचार दिवस मनाने जा रहे हैं । नरेश को इस मुहिम को लेकर अब लोगों से उनका लगातार सहयोग भी मिलना शुरू हो रहा हैं और वो पूरे नोएडा ग्रेटर नोएडा गाजियाबाद में इसको लेकर एक बड़ा आंदोलन छेड़ने की बात कह रहे हैं ।
लोगों को भी बहुत दिनों बाद किसी व्यक्ति में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में ईमानदारी दिखाई दे रही है ऐसे में 1 जुलाई को क्या नरेश नौटियाल भ्रष्टाचार दिवस को सफलता से मना पाएंगे इसको आप और हम सभी देखेंगे ।
