ग्रेटर नोएडा में शिवनादर विश्वविद्यालय में हत्या और आत्महत्या केस के सातवें दिन स्नेहा के पिता ने विश्वविद्यालय प्रशासन समेत छह लोगों पर एफ आई आर दर्ज कराइए पिता ने f.i.r. में कहा कि उनकी बेटी ने पहले भी अनुज की उनसे शिकायत की थी और कहा था कि कई दिनों से अनुज परेशान कर रहा है और अनैतिक कार्य करने के लिए दबाव डालता है जिसके लिए मैंने विश्वविद्यालय प्रशासन से मौखिक रूप से अनुज के खिलाफ शिकायत की थी किंतु विश्वविद्यालय प्रशासन ने अनुज के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की ।
स्नेहा के पिता राजकुमार चौरसिया ने शिकायत में यह भी लिखा है कि हत्या से पहले अनुज ने एक वीडियो रिकॉर्ड किया था वीडियो में अनुज ने स्नेहा की हत्या का जिक्र किया था । इस वीडियो में यूनिवर्सिटी के कर्मचारी आशुतोष पांडे करण और कानपुर निवासी अंशु का जिक्र भी है । यह वीडियो अनुज ने दोस्तों और कॉलेज के प्रबंधन से साझा करना बताया है इससे स्पष्ट है कि स्नेहा की हत्या एक साजिश के तहत की गई और यूनिवर्सिटी द्वारा प्रभावी कदम नहीं उठाया ना अभी उसमें एक प्रमुख कारण है ।
एफआइआर के बाद विश्विद्यालय ने जारी किया बयान, कहा बयान दुर्भावनापूर्ण, हम मृतका के जीवन का का सम्मान कर रहें थे
वही इस पूरे प्रकरण में विश्वविद्यालय प्रशासन समेत छह के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद मीडिया में विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से जारी एक बयान घूम रहा है ( एनसीआर खबर इसके सही होने की पुष्टि नहीं करता है ) ।
मीडिया में आए बयान के अनुसार विश्वविद्यालय के प्रवक्ता के अनुसार विश्वविद्यालयों को 14 मार्च 2023 को स्नेहा चौरसिया का एक ही मेल प्राप्त हुआ जिसमें उन्होंने लिखा था कि वह 2 साल से अनुज कुमार के सारे रिश्ते में थी और अब उन्होंने अलग होने का फैसला किया है ।ऐसे में वह चाहती थी कि अनुज कुमार या उसके परिवार के पास बात ना पहुंचे, इसके साथ ही विश्वविद्यालय ने प्रकरण पर तुरंत कार्यवाही करते हुए दोनों स्टूडेंट के लिए कई पेशेवर परामर्श सहित आवश्यक कदमों का सहारा भी लिया था । और 2 दिन के अंदर इस मामले को खत्म करने को कहा था । इसके बाद 26 मार्च को नया ईमेल स्नेहा ने विवि को दिया था जिसमें लिखा गया था कि अनुज कुमार ने उनकी जानकारी के बिना उनके लैपटॉप से कुछ प्राइवेट फोटो वीडियो डाक्यूमेंट्स निकाल दिए हैं स्नेहा चाहती थी कि किसी को ना चले।
एफआइआर के बाद विवि की प्रतिक्रिया पर उठे प्रश्न
वही इस पूरे केस में शुरू से ही शिव नादर विवि प्रशासन पर प्रश्न खड़े हो रहे हैं । प्रश्न है कि हत्याकांड के बाद शिव नादर विवि ने प्रकरण को कुत्ते के काटने की घटना बताकर पुलिस और मीडिया को भ्रमित करने का प्रयास क्यों किया ?
मीडिया को विवि में क्यों रोका गया और पुलिस के हस्तक्षेप के बाद ही मीडिया को प्रवेश दिया गया ? विवि द्वारा लगातार बातों को छुपाये जाने पर पहले ही लगातार प्रश्न खड़े कर रहे थे । वहीं अब स्नेहा चौरसिया के पिता द्वारा यह कहे जाने पर कि उन्होंने मौखिक रूप से स्नेहा के शिकायत पर विश्वविद्यालय प्रशासन से भी शिकायत की थी जिस तरीके से विवि प्रशासन ने पत्र लिखा है उससे उनकी मानसिकता और शिव नादर विश्वविद्यालय में चल रही गतिविधियों पर कई प्रश्न खड़े होते हैं।
ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन की मंशा और उनकी नियत दोनों ही प्रश्नों के घेरे में हैं मीडिया को रोके जाना उनको प्रेस विज्ञप्ति भेजने की बातें करना इसके साथ ही पुलिस को भी घटना के आरंभ होने से लेकर बाद तक लगातार बयानों को बदलना और आप स्नेहा के पिता द्वारा की गई f.i.r. के बाद ओपन सीक्रेट को खोलने की बातें करना विश्वविद्यालय की साख पर प्रश्न खड़ा करते हैं । साथ ही अनुज और स्नेहा के माता-पिता के उन प्रश्नों को भी सही बताते हैं जिसमें वह लोग पूछ रहे हैं कि इतना पैसा देने के बाद वि वि प्रशासन क्या कर रहा था।
वारदात का घटना क्रम
- 18 मई 2023 को 12:00 बजे के आसपास डायनिंग हॉल के गेट के बाहर अनुज और स्नेहा मिलते हैं
- वायरल वीडियो के अनुसार दोनों दोनों 5 से 7 मिनट बात करते हैं इस दौरान आसपास कोई स्टूडेंट नजर नहीं आता है
- इसके बाद दोनों के बीच हाथापाई और छीना झपटी सी होती है जिसमें देखकर लगता है कि पिस्टल देखकर स्नेहा उसे छीनने का प्रयास करती है फिर अचानक स्नेहा लड़खड़ा कर करती है और अनुज पिस्टल से गोली चलाता है
- घटना के फौरन बाद विश्वविद्यालय प्रशासन विवि में बने हैं अस्पताल तक स्नेहा को लेकर जाता है और वहां उसे कुत्ते के काटने के कारण घायल बताया जाता है
- इसके साथ ही पुलिस को भी यही सूचना दी जाती है कि विवि में कुत्ते के काटने से एक छात्रा घायल हो गई है
- हालत बिगड़ने के बाद विवि से उसे एक निजी अस्पताल ले जाया जाता है जिसके बाद इस गोलीकांड की असलियत खुलना शुरू होती है
- इसी बीच अनुज थर्ड फ्लोर पर कमरा नंबर 328 में जाकर आत्महत्या कर लेता है । इसी हीलाहवाली को लेकर विवि प्रशासन पर प्रश्न है कि आखिर हत्या के बाद अनुज को क्यों नहीं खोजा गया और कैसे उसने अगला कदम उठा लिया
- पुलिस अब तक इस बात की भी जांच कर रही है कि अनुज विवि के अंदर हथियार लेकर कैसे आया?
- घटना के अगले ही दिन विवि प्रशासन ने मीडिया के लिए एंट्री मेन गेट पर ही रोक दी गयी और कहा गया कि विवि अपना सारा पक्ष प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से रखेगा