राजेश बैरागी । निकाय चुनाव की तैयारियों के दृष्टिगत गौतमबुद्धनगर जिला प्रशासन ने दो दर्जन से अधिक संवेदनशील बूथों की पहचान कर ली है, परंतु बूथों की संवेदनशीलता की असल पहचान प्रत्याशियों के नाम सामने आने पर ही हो सकेगी।बदली आरक्षण व्यवस्था में न केवल पुराने बल्कि नये प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में उतर सकते हैं।
यह लोकतंत्र की खूबसूरती है या विवशता कि मतदान की पवित्रता को बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन आवश्यकता अनुसार मतदान केंद्रों को सामान्य, संवेदनशील और अतिसंवेदनशील श्रेणी में बांटकर चुनाव कराता है। बूथों की संवेदनशीलता मतदाताओं का अपने प्रत्याशी के पक्ष में आक्रामक समर्थन से तय नहीं होता। प्रशासन पूर्व चुनावों के अनुभवों के आधार पर तीनों श्रेणी के मतदान केंद्रों की सूची तैयार कर व्यवस्था करता है। परंतु प्रत्येक चुनाव नयी चुनौती और नये अनुभव के साथ आता है।
आज सोमवार को गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने प्रेस वार्ता में नगर निकायों के चुनाव की तैयारियों की जानकारी देते हुए बताया कि द्वितीय चरण में गौतमबुद्धनगर में एक नगर पालिका और पांच नगर पंचायतों के लिए आगामी 11 मई को मतदान होगा। आगामी 16 अप्रैल को इसके लिए अधिसूचना जारी की जाएगी।17 अप्रैल से नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी। उन्होंने बताया कि पुलिस और प्रशासन द्वारा कुल 26 मतदान केंद्रों को संवेदनशील माना गया है। इनपर मतदान के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न होने देने के लिए सभी तैयारियां कर ली गई हैं। परंतु नयी आरक्षण व्यवस्था के तहत प्रत्याशियों के नाम सामने आने के बाद संवेदनशील बूथों की संख्या में परिवर्तन हो सकता है। हालांकि प्रशासन चुनाव को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण कराने के लिए पूरी तरह तैयार है। प्रेस वार्ता में अपर पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था)रवि शंकर छवि,अपर जिलाधिकारी प्रशासन डॉ नितिन मदान और डिप्टी कलेक्टर उमेशचंद्र निगम भी उपस्थित थे।