गाजियाबाद के स्पर्श अस्पताल का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है सीएमओ डॉक्टर बाबू दोष सुधार ने मीडिया को बताया कि प्रारंभिक जांच में ऑपरेशन के दौरान मौत को लापरवाही मानते हुए स्पर्श हॉस्पिटल का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है अगर जांच में डॉक्टरों की लापरवाही पाई गई तो पंजीकरण निरस्त कर दिया जाएगा इसके साथ ही जांच समिति ने अस्पताल प्रबंधन और मृत युवक के परिजनों को नोटिस जारी कर बयान दर्ज कराने को कहां है
क्या है मामला ?
दरअसल गाजियाबाद में पथरी के ऑपरेशन के दौरान रोहित नाम के युवक की मौत अधिक रक्तचाप के कारण हुई थी पोस्टमार्टम करने वाले तीन सदस्य डॉक्टरों के पैनल को पोस्टमार्टम में युवक के पेशाब की नली में फंसी पथरी मिली पैनल ने पथरी के अंश और मिश्रा गजब कर जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा है पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार युवक की मृत्यु 21 घंटे पहले हुई थी इस मामले पर सीएमओ ने पथरी के ऑपरेशन में युवक की मौत कैसे हुई इसकी जांच के लिए डॉक्टर डी एम सक्सेना के नेतृत्व में तीन सदस्यीय समिति बनाई है इसमें डिप्टी सीएमओ डॉ चरण सिंह वरिष्ठ फिजिशियन डॉक्टर आरपी सिंह और डॉ संजय गुप्ता शामिल है जांच समिति 15 दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट देगी
रोहित की मौत के लिए स्पर्श हॉस्पिटल जिम्मेदार : परिजन
वही इस प्रकरण पर रोहित के जीजा मनीष कुमार ने आरोप लगाया कि रोहित की मौत के लिए स्पर्श हॉस्पिटल ही जिम्मेदार है शुरू से अंत तक अस्पताल के चिकित्सकों ने लापरवाही की । इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि गली नंबर 6 में मुकेश कुमार अपना क्लीनिक बंद करके फरार है स्वास्थ्य विभाग के पैनल प्रभारी डॉ डीएम सक्सेना के अनुसार शालीमार गार्डन के स्पर्श हॉस्पिटल को जून 2019 में स्वास्थ्य विभाग में पंजीकृत किया गया था ।