जी हां जिले में आबकारी विभाग, शराब माफिया, पत्रकार और आम आदमी सभी के मुंह पर पंकज उदास की गजल जरूर रहती है सबके अपने अपने कारण है ।
बीते दिनों शराब पीने वालों ने पत्रकारों से शराब पर तय कीमत से 10 से 20 रुपए ज्यादा में बेचने की शिकायत की तो पत्रकार भी इसका स्टिंग आपरेशन करने पहुंच गए । अब आम जनता की भलाई के चक्कर में स्टिंग कर रहे पत्रकार को शराब माफिया के लोगों ने पकड़ लिया और तमाम लोगो के सामने भरे बाजार पकड़ के इतना पीटा कि मामला हाईप्रोफाइल हो गया। मामला शराब के दामों से जायदा पत्रकार पर हमले का हो गया । मामले को हाईटेक होते देख पुलिस हरकत में आई और वायरल वीडियो में दिख रहे लोगो पर कार्यवाही कर दी । लेकिन इस सब में शराब पर कीमत से जायदा बेचने का मुद्दा कहीं खो गया ।
शराब माफिया भले ज्यादा कमाए लेकिन आबकारी विभाग निर्धारित लक्ष्य से लगभग 10 प्रतिशत पीछे
जिले में शराब की दुकानों की कमाई और शराब आबकारी विभाग के निर्धारित लक्ष्य की असलियत पर दोनो भिन्न है । जहां एक और आम आदमी तय कीमत से जायदा देने का दुख मना रहा है वहीं आबकारी विभाग 2022 – 23 में 1828 करोड़ के तय किए गए लक्ष्य से लगभग 10% पीछे है आबकारी विभाग के अनुसार 2022- 23 में 1652 करोड़ का राजस्व ही पाया जा सका है । जिला आबकारी अधिकारी राकेश बहादुर सिंह ने इसके लिए बीते दिनों दिल्ली में सस्ती हुई शराब को भी जिम्मेदार ठहराया । राकेश बहादुर सिंह के अनुसार गौतम बुध नगर दो राज्यों की सीमाओं से लगता है जिसमें दिल्ली और हरियाणा में हरियाणा में फरीदाबाद और पलवल गौतम बुध नगर की सीमा से लगते हैं जबकि दिल्ली का भी एक बड़ा एरिया जिले से लगता है ऐसे में वहां की सस्ती शराब का नुकसान यहां के आबकारी विभाग को उठाना पड़ा । कोविड के समय एक बोतल पर मिल रही एक बोतल फ्री के समय आबकारी विभाग को दिल्ली से लगे बॉर्डर पर ही तस्करी रोकने के लिए अपनी सारी टीम चेकिंग लगानी पड़ी थी । तस्करी को रोकने के लिए विभाग के पास मात्र एक सरकारी वाहन है जबकि 6 वाहन संविदा पर है । संसाधनों के कम होने को अधिकारी स्वीकार तो करते है लेकिन अधिक की मांग करते नही दिखे ।
मूल्य से अधिक बेचे जाने की बात गलत, स्टीकर ना लगाए जाने की बात कह कर किया बचाव
जिले में शराब पर अंकित मूल्य से अधिक मूल्य पर शराब बेच जाने की शिकायत पर एनसीआर खबर को आपकारी विभाग अधिकारी राकेश बहादुर सिंह ने बताया कि हर साल फाइनेंशियल वर्ष समाप्त होने पर बचे हुए स्टॉक को नए मूल्य के साथ बेचा जाता है इनमें कुछ दुकानदारों ने नए अंकित मूल्य के टैग को उन पर नहीं चिपकाया जिसके कारण ऐसी बातें घटित हुई और बात यहां तक पहुंच गई उन्होंने बताया अब तक अधिक मूल्य की शराब बेचने के आरोप में लगभग 45 दुकानों पर छापे मारकर 34 सेल्समैन को गिरफ्तार किया गया है और दुकान वाले को से 33 लाख का अर्थदंड भी वसूल किया गया है आबकारी अधिकारी के अनुसार अधिक दर पर शराब बेचने पर पहली बार ₹75000 जो कि दूसरी बार डेढ़ लाख रुपए और तीसरी बार पकड़े जाने पर लाइसेंस को भी रद्द किया जाता है
सोमवार को मुलाकात के बाद आज समाचार लिखे जाने तक आबकारी विभाग की सूचना अनुसार आबकारी निरीक्षकों के द्वारा देशी, विदेशी, बियर दुकानों का किया गया सघन निरीक्षण किया गया है l नियमानुसार संचालन को सुनिश्चित करने के साथ ही साथ यह भी सुनिश्चित किया गया कि कोई भी रेस्टोरेंट बिना लाइसेंस के शराब न पिलाये तथा आबकारी निरीक्षक क्षेत्र 3 शिखा ठाकुर द्वारा नगलाचरंदास, गेझा कार मार्केट तथा आबकारी निरीक्षक क्षेत्र 6 पी सी दीक्षित द्वारा जेवर व दनकौर स्थित देशी, विदेशी, बियर दुकानों का सघन निरीक्षण कर ये सुनिश्चित किया गया कि सभी दुकानों पर नया रेट लिस्ट, नया साइन बोर्ड, टोल फ्री नम्बर व बोतलों पर बढ़े मूल्य का स्टीकर लगा हो। जिला आबकारी अधिकारी राकेश बहादुर सिंह ने कहा कि आगे भी जिलाधिकारी के निर्देशन में अवैध शराब की बिक्री को लेकर आगे भी जनपद में निरंतर गहन सर्च अभियान जारी रहेगा।
सभी शराब की दुकानों पर लगेगी पीओएस मशीन
भविष्य में मूल्य से अधिक बेचने जाने को रोकने के लिए शराब की दुकानों पर पॉइंट ऑफ सेल की मशीनें लगा दी गई हैं फिलहाल 138 बीयर की दुकानों पर इसकी बिक्री pos से शुरू कर दिया गया है और जल्द ही जिले की सभी 535 शॉप्स और 12 प्रीमियम स्टॉल्स पर यह पीओएस मशीन लगा दी जाएंगी और शराब की बिक्री इन्हीं के जरिए होगी ।
सोसाइटी की मार्केट में शराब की दुकान पर आबकारी विभाग ने गेट से 50 मीटर दूर तक के नियम की दी सफाई
एनसीआर खबर में गौतम बुध नगर में सोसाइटिओं की बनी कन्वीनियंस शॉप मार्केट में शराब की दुकानों के खोले जाने का प्रश्न उठाया तो आपकारी विभाग अधिकारी ने कानून में बड़े लूपहोल का हवाला देते हुए उन्हें सही ठहराया अधिकारी के अनुसार किसी धार्मिक स्थल, स्कूल अथवा अस्पताल से 50 मीटर दूर शराब की दुकान खोली जा सकती है इसलिए गौतम बुध नगर में सोसाइटी के मार्केट में शराब की दुकान नियमानुसार है हालांकि वह 5 से 35 एकड़ तक बसी सोसाइटी के एक से अधिक गेट के होने पर किस गेट से 50 मीटर की दूरी नाप सकते हैं इस पर कोई जवाब नहीं दे सके ऐसे में शराब पीने वाले शराब बेचने वाले, शराब को अधिकृत तौर पर लाइसेंस देने वाली सरकार और अधिकारी सभी चाहते हैं शराब बिके क्योंकि इसी से राजस्व आना है और इस राजस्व की आड़ में महिलाओं बच्चों की सुरक्षा शराब माफिया,शराब पीने वालों से कैसे हो इसका प्रश्न धूमिल हो जाता हो ।