राजेश बैरागी । दादरी नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद हेतु तीसरी बार भाजपा प्रत्याशी बनी गीता पंडित के लिए इस चुनाव में पार्टी के परंपरागत वैश्य और ब्राह्मण वोटों को हासिल करना मुश्किल हो सकता है। पार्टी के एक सबसे पुराने और कद्दावर नेता जगभूषण गर्ग के निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरने और उनको मिल रहे भारी समर्थन ने पार्टी नेतृत्व की पेशानी पर बल ला दिए हैं।
देखे विडियो : वफादार हूँ गद्दार नहीं, भाजपा से दुखी होकर बोले निर्दलीय प्रत्याशी जग भूषण गर्ग
जगभूषण गर्ग स्थानीय भाजपा सांसद और विधायक पर उन्हें धोखा देने का आरोप लगाते हैं। यह पूछने पर कि भ्रष्टाचार के आरोप होने के बावजूद गीता पंडित को प्रत्याशी बनाए जाने का क्या कारण हो सकता है? जगभूषण गर्ग कहते हैं कि गीता पंडित, स्थानीय विधायक और सांसद का एक समूह है। उन्होंने सभी सर्वसमाज के साथ भाजपा संगठन के पूरे समर्थन का दावा किया। वैश्य और ब्राह्मण समाज के प्रमुख लोग भी उनके दावे का समर्थन करते दिखाई देते हैं। इससे भाजपा नेताओं के लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है। हालांकि उनपर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को मदद पहुंचाने के आरोप भी लग रहे हैं। एक साक्षात्कार में उन्होंने सपा प्रत्याशी द्वारा उनसे संपर्क कर मदद मांगने की बात स्वीकार भी की