नोएडा और ग्रेटर नोएडा में जहां एक और लोग फ्लैट की रजिस्ट्री और फ्लैट मिलने के सपने के बीच जूझ रहे हैं वही जिनको फ्लैट मिल गए हैं वहां AOA को बनाने और उस पर कब्जे की कहानियां भी आम बात है l ऐसा ही एक अजीबोगरीब केसा ग्रेटर नोएडा वेस्ट की पैरामाउंट इमोशन सोसायटी से आ रहा है जहां AOA बनाने की प्रक्रिया में अध्यक्ष/ उपाध्यक्ष/ कोषाध्यक्ष के लिए ₹2000 जबकि मेंबर के लिए ₹1500 की फीस निर्धारित की गई और उसी आधार पर अध्यक्ष उपाध्यक्ष ट्रेजरर सेक्रेटरी और मेंबर्स के चुनाव की जगह खुद ही निर्धारण कर लिया गया ।
कुल मिलाकर दर्जनभर लोग इस तथाकथित हुए बनाने की प्रक्रिया में जुड़ गए हैं सोसाइटी के संभ्रांत लोग पूछ रहे हैं कि भैया यूपी अपार्टमेंट एक्ट और आम सोसायटी एक्ट के अनुसार पहली बार बनने वाली AOA में कुल मिलाकर 10 लोग अधिकतम हो सकते हैं जिसमें एक व्यक्ति बिल्डर की तरफ से होता है ऐसे में दर्जन भर लोगों को किस आधार पर बनने वाली AOA का हिस्सा बताया जा रहा है
इलेक्शन कमेटी की डिग्रियां सार्वजनिक, नॉमिनेट अध्यक्ष और सदस्यों की जानकारी पता नही
AOA बनाने की प्रक्रिया को निष्पक्ष या पारदर्शी दिखाने के लिए लोगों ने इलेक्शन कमेटी में शामिल लोगों की डिग्रियां और उनकी उपलब्धियां सार्वजनिक करी, मगर दर्जन भर लोगों को सदस्य और अध्यक्ष उपाध्यक्ष या कोषाध्यक्ष बनने वाले लोगों के कोई जानकारी लोगों के साथ सार्वजनिक नहीं की गई । लोगो का आरोप है कि उनको पैसे लेने के बाद प्रमाणपत्र की आवश्यकता नहीं समझी गई
लोगो से घर घर जाकर ले लिए 200 रुपए, बात खुलने पर करने पड़े वापस
AOA के नाम पर चल रही इस बंदरबांट मे लूट की योजना यहीं तक नहीं रुकी बल्कि AOA निर्माण के लिए खर्चे को कहकर सोसाइटी के कुछ लोगों से चुपचाप जाकर ₹200 प्रति व्यक्ति भी ले लिए गए बात खोलने पर सोसायटी के टेलीग्राम ग्रुप में जब लोगों ने इस पर सवाल उठाए तो यह पैसे वापस भी कर दिए गए।
लोगों का कहना है कि हमने कई सोसाइटी ओ में AOA में इस बात की लड़ाई देखी थी कि जब एक बार AOA बन जाता है वह दोबारा जल्दी से इलेक्शन नहीं कराता मगर यहां तो बनने से पहले ही खेल हो गया है । आगे जाकर सोसाइटी में क्या क्या खेल होने वाला है ये कोई नही जानता
वही प्रस्तावित AOA में 2000 रुपए देकर प्रेसिडेंट होने का दावा कर रहे व्यक्ति पर लोगों का आरोप है कि उन्होंने बिल्डर पर व्यक्तिगत तौर पर कुछ मुकदमे भी कर रखे हैं ऐसे में उनके अध्यक्ष बनाए जाने पर AOA को हैंड ओवर करने में बिल्डर कितना रुचि रहेगा यह भी भविष्य ही बताएगा कहीं ऐसा ना हो कि उनके साथ विवाद को देखते हुए बिल्डर कोर्ट में जाकर इस AOA को ही हैंड ओवर ना दे
फिलहाल खबर लिखे जाने तक AOA को लेकर सोसाइटी में चर्चाएं गर्म है, लोग होली की छुट्टियों में इन बातो से ही बुरा ना मानो होली कह कर अपने मन को तसल्ली दे रहे है