दिल्ली के बहुचर्चित शराब घोटाले में दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन ने गिरफ्तार कर लिया है आम आदमी पार्टी लगातार सिसोदिया के पक्ष में देशभर में विरोध प्रदर्शन कर रही है, मंगलवार को आम आदमी पार्टी ने सिसोदिया की गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर की है और गिरफ्तारी को गलत बताया है सिसोदिया की गिरफ्तारी को लेकर आम आदमी पार्टी इतनी आक्रोशित और परेशान क्यों हैं उसका मुख्य कारण सिसोदिया की गिरफ्तारी से ज्यादा सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद मामले की जांच की आंच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तक पहुंचने की आशंका है
सूत्रों की मानें तो सिसोदिया की गिरफ्तारी का रास्ता ईडी की उस जांच के बाद खुला जिसमे जांच एजेंसी ने 100 करोड रुपए की रिश्वत का मनी ट्रेल पता लगाया एजेंसी के सूत्रों की माने तो 100 करोड़ की रिश्वत में कम से कम ₹30 करोड़ सीधे-सीधे आप पदाधिकारी को दिए गए इस मामले को लेकर बीते सप्ताह दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की पूछताछ की गई थी ।
मीडिया में आ रही रिपोर्ट में कहा जा रहा है सीबीआई इस मनी ट्रेल यानी पैसे के अन्य चोर का भी पता लगा रहे हैं ऐसे में अरविंद केजरीवाल से पूछताछ की संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता है एजेंसी ने बीते महीने अपनी सप्लीमेंट्री चार्जशीट में कहा था कि सिसोदिया के सचिव रहे सी अरविंद ने घोटाले में केजरीवाल की भूमिका का आरोप लगाया है एक आरोपी के हवाले से यह भी लिखा था कि विजय नायर ने इंडोस्पिरिट के मालिक समीर महेंद्र उसे अरविंद केजरीवाल की बात कराई थी फेसटाइम के जरिए हुई वीडियो कॉल में केजरीवाल ने समीर से कहा था कि विजय नायर उनका आदमी है और उस पर भरोसा किया जा सकता है ऐसे में शराब घोटाले को लेकर सीबीआई और ईडी की जांच अरविंद केजरीवाल तक पहुंचने का डर आम आदमी पार्टी के समर्थकों और शुभचिंतकों को सता रहा है
साल भर से जेल में सत्येंद्र जैन, अब मनीष भी लंबे समय तक रह सकते है जेल में
आम आदमी पार्टी लिए भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़ी की गई मुहिम को पहले सत्येंद्र जैन के जेल जाने के कारण झटका लगा l अब मनीष सिसोदिया को सीबीआई के सवालों का सामना करना पड़ रहा है उनके लंबे समय तक जेल जाने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा रहा है खुद सिसोदिया ने भी राजघाट पर राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि देने के बाद कहा था कि उनको 8 से 10 महीने जेल में बिताना पड़ सकता है ऐसे में आम आदमी पार्टी को डर है सिसोदिया के बाद अगर केजरीवाल तक इस घोटाले की जांच पहुंची तो पार्टी की छवि पर भी नकारात्मक असर होगा और भविष्य की राजनीति भी बदलेगी संगठन से अलग दिल्ली सरकार के लिए मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी बड़ी चुनौती है
मनीष सिसोदिया दिल्ली सरकार में शिक्षा मित्र बिजली रोजगार समेत डेढ़ दर्जन विभागों का कामकाज संभालते हैं बीते सत्येंद्र जैन के जेल जाने के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय का काम भी सिसोदिया ही देख रहे हैं ऐसे में केजरीवाल सरकार की बड़ी चिंता इन विभागों के कामकाज को लेकर रहेगी और यह प्रश्न बड़ा होगा कि मनीष सिसोदिया के जेल जाने की स्थिति में उनके स्थान पर उप मुख्यमंत्री कौन बनेगा l
अरविंद केजरीवाल अभी तक मुख्यमंत्री के तौर पर सीधे किसी भी विवाद को अपने हाथ में लेने से बचते रहे हैं ऐसे में बिना नए उपमुख्यमंत्री के अरविंद केजरीवाल को दिल्ली का सरकार चलाना मुश्किल होगा और घोटाले की आंच उन तक पहुंचने के बाद सरकार कैसे चलेगी यह सवाल भविष्य के गर्त में छिपा हुआ है