नये साल की पूर्व संध्या पर ग्रेटर नोएडा में तेज रफ्तार कार की टक्कर मारने से गंभीर रूप से घायल हुई बीटेक फाइनल ईयर की छात्रा स्वीटी अस्पताल के आईसीयू में जीवन के लिए संघर्ष कर रही है ।
मूलरूप से बिहार की रहने वाली स्वीटी के इलाज पर लगभग दस लाख रुपये का खर्च आ रहा है। इस कारण उसके साथी उसके इलाज के लिए क्राउडफंडिंग कर पैसा इकट्ठा कर रहे हैं. इंटरनेट मीडिया पर आर्थिक मदद मांगी गई है।
वही कमिश्नरेट गौतमबुद्ध नगर के पुलिसकर्मियों ने एक दिन का वेतन, 10 लाख रुपये की धनराशि इलाज हेतु देने की घोषणा की है । सोशल मीडिया पर इस घोषणा के बाद लोग कमिश्नर लक्ष्मी सिंह और पुलिस विभाग के कर्मचारियों की प्रशंसा कर रहे हैं
वहीं अस्पताल के बाहर स्वीटी के साथी इलाज के लिए पैसा इकट्ठा कर रहे हैं. आशीर्वाद मणि त्रिपाठी बताते है कि अब तक 5 लाख रुपये इकट्ठा किया जा चुका है. स्वीटी के माता पिता पटना में रहते है और लोअर मिडिल क्लास से है जो इलाज का खर्च को वहन करने में असमर्थ है।
छात्रा के परिवार की स्थिति को देखते हुए कालेज प्रबंधन ने एक लाख रुपये की मदद दी है। कालेज के सीईओ स्वदेश कुमार सिंह ने बताया कि कॉलेज के स्टाफ के सहयोग से भी लगभग एक लाख रुपये एकत्र किए गए हैं। एकत्र पैसा छात्रा के इलाज के लिए परिजनों को दिया जाएगा।
स्वीटी को टक्कर मारने के बाद फरार हुए आरोपी एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी पुलिस टक्कर मारने वाली कार का पता नहीं लगा पाई है उसका कहना है की तीन टीम लगाई गई है CCTV फुटेज देखे जा रहे है जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा.
सांसद, विधायक से लोग पूछ रहे सवाल
वही नोएडा कमिश्नरेट लक्ष्मी सिंह द्वारा घायल लड़की स्वीटी कुमारी की मदद के लिए 1000000 रुपए दिए जाने की घोषणा के बाद लोग क्षेत्रीय सांसद डॉ महेश शर्मा और क्षेत्रीय विधायक तेजपाल नागर द्वारा इस घटना पर संज्ञान ना लिए जाने पर भी सवाल उठा रहे हैं आखिर जनप्रतिनिधि जनता की मदद के लिए ही होते हैं ऐसे समय में भी अगर जनप्रतिनिधियों द्वारा उदासीनता बरती जाती है तो उनके होने पर सवाल उठते हैं ।