नोएडा में प्रसव के बाद एक कुतिया की मौत हो जाने के बाद इस मामले मे नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ओर एक तथाकथित पशु प्रेमी की लापरवाही को लेकर सवाल उठने शुरू हो गए है I वहीं कुछ कुत्ता प्रेमियो ने इस मामले पर प्रदेर्शन भी किया I हंगामे की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची टीम ने कुतिया के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज कर जांच शुरू कर दी है।
क्या है प्रकरण ?
कदाचित सेक्टर 100 में स्थित लोटस बुलेवर्ड सोसाइटी में कुछ दिन पहले आवारा कुत्तों के हमले में आठ माह के बच्चे की मृत्यु हो जाने पर सोसाइटी के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके बाद नोएडा प्राधिकरण ने वहां से लावारिस कुत्तों को पकड़ा था, लेकिन उनमे एक गर्भवती कुतिया को सेक्टर-104 में रहने वाली एक पशु प्रेमी महिला ने अधिकारियों से लेकर अपने पास रख लिया था। ओर प्रसव के बाद अब उस कुतिया कि मृत्यु हो जाने पर लोगो के सवाल प्राधिकरण के अधिकारियों, कुत्ता पकड़ने वाली संस्था ओर उस कुत्ता प्रेमी महिला के उपर उठ रहे है I
लोगो ने सवाल उठाते हुए कहा कि
- आखिर नोएडा प्राधिकरण कि टीम ने आवारा कुत्तो को पकड़ कर उस कुत्ता प्रेमी महिला को क्यूँ दिया ?
- कुत्ता पकड़ने वाली संस्था को जब कुतिया के गर्भवती होने का पता था तो उसको पशु चिकित्सालय कि जगह किसी महिला को क्यूँ दिया ओर उसको लेकर कागजी कार्यवाही क्यूँ नहीं हुई
- अगर महिला ने ज़बरदस्ती कुत्ता पकड़ने वाली टीम से उस कुतिया को लिया तो सरकारी कार्य मे हस्तक्षेप ओर बाधा के लिए पुलिस मे शिकायत क्यूँ नहीं की गयी
- एक गर्भवती घायल कुतिया को पशु संस्था या चिकित्सालय कि जगह अपने घर लेजाने वाली महिला की जांच क्यूँ ना हो जो कुतिया को घर ले गई
- उस महिला ने कुतिया को किस डॉक्टर को दिखाया या बस अपने यहाँ लाकर उसे मरने के लिए छोड़ दिया उसकी जानकारी क्यों नही दी गई
- महिला के उचित प्रशिक्षण ओर लाइसेन्स की जांच क्यों नही हो
वही थाना प्रभारी राजीव बालियान के अनुसार कुतिया के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है और रिपोर्ट आने के बाद ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
सोसाइटी में कुत्ते ने सात महीने के बच्चे पर किया था हमला
बता दें कि, नोएडा के सेक्टर-100 में लोटस बुलेवर्ड सोसाइटी के परिसर में 17 अक्टूबर को एक कुत्ते ने सात महीने के बच्चे पर हमला कर उसे घायल कर दिया था। बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया था और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई थी। बच्चे के माता-पिता श्रमिक थे और दोनों सोसाइटी के अंदर निर्माण कार्य कर रहे थे और बच्चा उनके पास ही लेटा था, तभी एक आवारा कुत्ता सोसाइटी में घुस गया। कुत्ते ने बच्चे को काट लिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था।