शैलेंद्र वर्णवाल । उत्तर प्रदेश अपार्टमेंट एक्ट एवं नोएडा मास्टर प्लान में ग्रुप हाउसिंग सोसायटी में जानवरों के लिए कोई प्रावधान नहीं है तो फिर नोएडा प्राधिकरण इन शांतिपूर्ण प्राइवेट जगहों में जानवरों के लिए लिफ्ट रिजर्व एवं फीडिंग प्वाइंट की चर्चा क्यों कर रही है? ये प्रश्न अब लगातार उठ रहा है ।
बीते दिनों नई डॉग पॉलिसी में प्राधिकरण ने कुत्तों के लिए नए नियम बनाए हैं एवं जुर्माना लगाया है l इन नियम का सख्ती से पालन हो पा रहा है कि नहीं ,जुर्माना वसूली हो पाया है कि नहीं इस पर अभी प्रश्न चिन्ह है l क्योंकि जब प्राधिकरण बिल्डर से बकाया एवं फाइन वसूली कर नहीं पाती तो डॉग बाइट का जुर्माना कहां से वसूल कर पाएगी ।
सोसाइटी के लोग अभी इस निर्णय से शांतिपूर्ण तरीके से सांस ले भी ही नहीं पाए थे कि अथॉरिटी ने एक नया शगुफा जानवरों को लेकर छेड़ बैठी है, नोएडा के अधिकारी बैठक में गाजियाबाद दिल्ली गुड़गांव के एनजीओ के लोगो को भी प्रवेश दे रहे हैं जिनका नोएडा के समस्याओं सोसाइटी की समस्याओं एवं मानव की समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है ।
पशुओं के लिए सोसाइटी मे फीडिंग पॉइंट एवं लिफ्ट रिजर्व की मांग तो उसी प्रकार से है जैसे कोई जबरदस्ती मंदिर या मजार के लिए जमीन कब्जा करता है ।
सोसाइटी की जमीन काफी महंगी है 1 मीटर कई लाख का होता है l इस पर कई लोगों की ललचाए गिद्ध दृष्टि पड़ी होती है
आश्चर्य की बात यह है कि बाहर के लोग आकर सोसायटीओं में इस तरह की जबरदस्ती मांग कर रहे हैं और प्राधिकरण के अधिकारियों पर प्रभाव डाल रहे हैं l अधिकारी भी इनकी बातों को बड़े चाव से सुन रहे हैं । संदेह उत्पन्न होता है कि क्या यह भ्रष्टाचार का एक नई पटकथा है?
जानवरों के नाम पर सोसाइटी में कॉमन एरिया पर अतिक्रमण से निश्चित रूप से सोसाइटी के निवासियों को नुकसान पहुंचाएगा l, इस चीज को लेकर फ्लैट बायर्स काफी परेशान है, हर सोसाइटी में काफी महिलाओं बच्चों बुजुर्गों को डॉग काट चुका है l वह इस चीज को कभी स्वीकार नहीं करेंगे l
अगर इस एरिया में अनैतिक गतिविधियां चालू हो गई,बाहर के असामाजिक तत्व का आना जाना चालू हो गया तो इसका जिम्मेदारी कौन लेगा?
सोसाइटी में शांतिपूर्ण जीवन व्यतीत करने के लिए लोग फ्लैट खरीदते हैं l कॉमन एरिया में सभी लोगों का पैसा लगा होता है तो चंद लोगों के हनक के लिए सोसाइटी के लोग ग्रीन एरिया का क्यों त्याग करें
सवाल इस पर भी उठेंगे की अथॉरिटी इसमें क्यों शामिल हो रही है? सोसाइटी के जीवन में अनावश्यक रूप से अथॉरिटी का दखलअंदाजी सोसाइटी के माहौल को अशांत कर रहा है l
लेखक सामाजिक कार्यकर्ता है और अध्यक्ष भारत जागरूक नागरिक संगठन के अध्यक्ष है । लेखक की बातो से एनसीआर खबर का सहमत होना आवश्यक नही है