Anjani Nigam lucknow Desk I उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में सभी राजनीतिक दल अपनी कमर कस चुके हैं लखनऊ में भी भारतीय जनता पार्टी की लगातार बैठकर चल रही हैं बीते दिनों इसके लिए मंथन भी किया गया इसके साथ ही लखनऊ में इस बार भाजपा किसी कायस्थ उम्मीदवार को मौका दे सकती है इसकी चर्चाएं तेज हो गई हैं
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कदाचित प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बीजेपी के जातीय समीकरण में ठाकुर, ब्राम्हण और कायस्थ भारतीय जनता पार्टी के परंपरागत वोट माने जाते हैं। इनमें सांसद और देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जहां क्षत्रिय हैं, वहीं उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक कैंट से विधायक हैं, सरोजनी नगर से विधायक राजेश्वर सिंह भी ठाकुर बिरादरी से आते हैं। इसके अलावा महानगर के पार्टी अध्यक्ष मुकेश शर्मा को भी विधान परिषद भेजा गया है। इस तरह क्षत्रिय और ब्राह्मणों की बढ़ी भागीदारी के बाद अब भारतीय जनता पार्टी अपने तीसरे सबसे मजबूत वोट बैंक कायस्थ को खुश करने के लिए महापौर पद पर इस बिरादरी से उम्मीदवार उतार सकती है।
लखनऊ नगर निगम चुनाव के प्रभारी वित्त मंत्री सुरेश खन्ना हैं। सुरेश खन्ना के साथ अंजनी श्रीवास्तव को सह प्रभारी बनाया गया है। यही दोनों नेता मेयर के अगले प्रत्याशी का नाम फाइनल करने के बाद सांसद राजनाथ सिंह को भेजेंगे।
लखनऊ में शीर्ष नेतृत्व से संकेत मिलने के बाद पार्टी ने कायस्थ समाज के दावेदारों की तलाश शुरू कर दी है। शुरुआती पड़ताल में लखनऊ पश्चिम से चुनाव हारे अंजनी श्रीवास्तव, कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए संतोष श्रीवास्तव, पूर्व एमएलसी विंध्यवासिनी की बेटी जयंती श्रीवास्तव, पूर्व विधायक स्वर्गीय सुरेश के पुत्र सौरभ श्रीवास्तव, अवध क्षेत्र के पूर्व कोषाध्यक्ष एवं प्रदेश कार्यसमिति सदस्य ओपी श्रीवास्तव और प्रवासी प्रकोष्ठ के सह संयोजक अनुराग श्रीवास्तव के नाम सामने आए हैं। यही नहीं पार्टी इस समाज के कुछ अन्य नामों पर भी विचार कर रही है जो किसी बड़े पद से रिटायर हुए हों या कोई बड़ी भूमिका निभा चुके हों।