
बॉलीवुड बायकॉट की मांग के बीच भाजपा ने एक ऐसा वीडियो प्लीज किया जिसके बाद दिल्ली एमसीडी चुनाव में हिंदू समाज की तीखी प्रतिक्रिया आई है । सोशल मीडिया वीडियो रिलीज करने वाला अमित मालवीय ने सोचा नहीं होगा कि उनकी एक गलती भाजपा पर कितनी भारी पड़ सकती है ।
दरअसल अमित मालवीय ने भगवान चित्रगुप्त और यमराज को लेकर एक वीडियो अरविंद केजरीवाल पर प्रहार करते हुए बनाया है जिस पर तीखी प्रतिक्रिया आ रही है । वीडियो में भगवान चित्रगुप्त केजरीवाल के कारनामों की लिस्ट देख रहे हैं और उसको कह रहे हैं कि इसको जिसने मौका दिया उसने उसको धोखा दिया है लेकिन यह वीडियो हिंदू धर्म की आस्थाओं और नियमों का उल्लंघन करता है गरुण पुराण के अनुसार भगवान चित्रगुप्त लोगों के मरने के बाद उनकी कर्मों का आंख रणघर निर्णय लेते हैं जिसके बाद यमराज उन्हें स्वर्ग और नरक में भेजते हैं लेकिन इस तरीके के बॉलीवुड या प्रचार से भले ही अमित मालवीय जैसे लोग खुश हो जाते हैं लेकिन भारतीय संस्कृति का उपहास होता है पूर्व में बॉलीवुड इन मामलों पर बहुत आगे रहा है हाल ही में अजय देवगन ने भगवान चित्रगुप्त को लेकर थैंक गॉड नामक एक फिल्म बनाई थी जिसको लेकर भी हिंदू समाज ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी और फ्लॉप हो गई थी ऐसे में भाजपा से भाजपा के समर्थक के अपील कर रहे हैं कि इस वीडियो को फौरन हटाया जाए और हिंदू कायस्थ समाज से माफी मांगी जाए ।
दिल्ली एमसीडी चुनाव में भाजपा के लिए पहली बार है मुश्किल
कदाचित 15 साल एमसीडी में रहने के बाद दिल्ली में भाजपा को पहली बार मुश्किल महसूस हो रही है स्थिति ऐसी बन रही है कि एमसीडी में लो केजरीवाल को एक बार मौका देने की सोचने लगे हैं और इसमें वह लोग भी शामिल हैं जो भाजपा और संघ के समर्थित कार्यकर्ता हैं लोगों का कहना है कि 15 साल में एमसीडी में भ्रष्टाचार की इंतहा हो गई है जो पार्षद चुनाव से पहले कुछ नहीं करता था वह पार्षद आज करोड़ों का मालिक है एनसीआर खबर के ही एक कार्यक्रम में एमसीडी की पूर्व चेयरपर्सन रजनी आंबा ने स्वीकार किया था कि लोग पार्षद बनने के लिए बेचैन रहते हैं जबकि पार्षद को कोई सैलरी भी नहीं मिलती है उसके बावजूद दिल्ली में पार्षद बनने की होड़ लगी है टिकट वितरण के बाद भी दिल्ली भाजपा में काफी असंतोष देखा गया है माना जा रहा ही इन्हीं सब के डर से सोशल मीडिया संभालने वाले अमित मालवीय ने जल्दी बाजी में ऐसा वीडियो बना दिया है जो बीजेपी को फायदे की जगह नुकसान देने जा रहा है
कौन है भगवान चित्रगुप्त ?
गरुण पुराण के अनुसार व्यक्ति की मृत्यु के बाद वो यमपुरी जाता है जहां भगवान चित्रगुप्त व्यक्ति के कर्मों के आधार पर उसको स्वर्ग और नरक जाने का आदेश देते हैं जिसके बाद यमराज उसको स्वर्ग और नरक भेजते हैं कहते हैं जब पृथ्वी के के आरंभ में लोगों के जन्म मरण का कार्य यमराज से संभल नहीं सका तो उन्होंने ब्रह्मा जी से इस कार्य के लिए अन्य व्यक्ति को नियुक्त करने की मांग की जो निर्विवाद रूप से यह कार्य कर सके और वह व्यक्तियों को स्वर्ग नरक भेजने और समाज का काम संभाल सके ब्रह्मा जी ने 1000 साल तपस्या करके जब अपनी आंखें खोली तो उनके सामने श्याम वाणी युवक खड़ा था उसके हाथ में कलम थी ब्रह्मा जी ने उस युवक को अपना मानस पुत्र मानते हुए कहा कि चुकी तुम मेरी काया से उत्पन्न हुए हो और इसी में गुप्त रूप से उपस्थित थे इसलिए तुम्हारा नाम चित्रगुप्त होगा और तुम्हारी संतानों को कायस्थ नाम से जाना जाएगा तुमको यमपुरी का न्यायाधीश का कार्य संभालना है जहां तुम लोगों के कर्मों के आधार पर फैसला दोगे ।
दिल्ली में कायस्थ मतदाता
दिल्ली में कायस्थ समाज प्रबुद्ध समाज के तौर पर जाना जाता है और यहां लगभग पूर्वी दक्षिणी और आउटर दिल्ली में अपनी प्रमुख भूमिका निभाता है पुरानी दिल्ली में दरियागंज जैसे क्षेत्रों की पहचान रहे हैं बाद में पूर्वांचली समाज में भी कायस्थों की एक बड़ी संख्या दिल्ली में निवास करती है ऐसे में उनके आराध्य भगवान चित्रगुप्त के अपमान पर लगभग 2 से 3% आबादी भाजपा के खिलाफ जा सकती हैं