श्रद्धा मदन हत्याकांड मे एक के बाद एक जानकारी सामने आ रही है I दिल्ली पुलिस की एफआईआर में खुलासा हुआ है कि श्रद्धा ने जब अपने घर से निकलने का फैसला लिया तो पिता से लड़कर आई थी यही नहीं श्रद्धा ने पिता से कहा कि भूल जाना कि मैं तुम्हारी बेटी हूं और फिर घर से निकल गई।
श्रद्धा के पिता विकास मदन वाकर ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा है कि श्रद्धा और आफताब के रिश्तों के बारे में उन्हें 8 या 9 महीने बाद पता चला था। उन्होंने कहा कि श्रद्धा ने अपनी दिवंगत मां से 2019 में कहा था कि मैं आफताब के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहना चाहती हूं। श्रद्धा के पिता विकास ने कहा, ‘हमने उसके इस फैसले का विराध किया था। इसकी वजह यह थी कि हम हिंदू हैं और कोली जाति के हैं। वहीं वह लड़का मुसलमान था। हमारे परिवार दूसरे धर्म से रिश्तों को स्वीकार नहीं किया जाता। हमारे इनकार पर श्रद्धा का कहना था कि मैं 25 साल की हो गई हूं और अपने लिए सही फैसले ले सकती हूं।’
पिता की शिकायत पर पुलिस ने आफताब को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता रहता था। वह शादी के दबाव बना रही थी। आफताब के कई दूसरी लड़कियों से भी रिश्ते थे और श्रद्धा को उस पर शक हो रहा था। इस बात पर भी दोनों के बीच विवाद होता था। आफताब ने तंग आकर हत्या कर दी।
श्रद्धा और आफताब दोनों कॉल सेंटर में काम करते थे। 2019 में यहीं दोनों की मुलाकात हुई। दोनों प्यार करने लगे, लेकिन दोनों के रिश्तों से परिवार वाले नाखुश थे। इसके चलते दोनों मुंबई से दिल्ली शिफ्ट हो गए और महरौली के एक फ्लैट में लिव इन में रहने लगे। तो वही कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि श्रद्धा ने मां से फोन पर कहा था कि आफताब उसके साथ मारपीट करता है। श्रद्धा की मां की मौत के बाद वह अपने घर आई थी, तब उसने अपने पिता से भी मारपीट की बात कही थी। जिसके बाद श्रद्धा अपने क्लासमेट लक्ष्मण से संपर्क में थी। लक्ष्मण ही श्रद्धा के पिता विकास मदान को जानकारी देता था। जब श्रद्धा ने कई दिन तक लक्ष्मण का फोन नहीं उठाया तो उसने श्रद्धा के पिता को जानकारी दी। इस पर पिता ने कहा कि सोशल मीडिया पर भी कोई अपडेट नहीं मिल रही है। विकास मदान बेटी का हालचाल जानने 8 नवंबर को दिल्ली पहुंचे। जब वे उसके घर पहुंचे तो ताला लगा था। उन्होंने महरौली पुलिस में शिकायत की और बेटी के अगवा होने का आरोप लगाया।
साउथ दिल्ली के एडिशनल DCP अंकित चौहान ने बताया, 18 मई को झगड़े के बाद खुद को फूड ब्लॉगर और सोशल एक्टिविस्ट बताने वाले आफताब ने श्रद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद उसने उसकी बॉडी के आरी से 35 टुकड़े किए और उन्हें फ्रिज में रख दिया। इसके बाद रोज वह बैग में रखकर इन्हें फेंकने के लिए ले जाता। हत्या के बाद 300 लीटर का फ्रिज खरीदा, ताकि टुकड़े उसमें रख सके।
हिन्दी फिल्मों मे प्रेम कहानियो से प्रभावित होते है बच्चे : मनोचिकत्सक
श्रद्धा मदन हत्याकांड मे जहां एक ओर लव जेहाद की संभावना से नहीं इंकार नहीं किया जा रहा है वहीं मनोचिकित्सक इसे भारतीय फिल्मों ओर कहानियो मे घर से बगावत करके शादी करने की तमाम कहानियो को भी बता रहे है I कदाचित बालीवूड ने कम उम्र के प्रेम को लेकर बाबी, लव स्टोरी से लेकर लक्ष्मी जैसी फिल्मों के माध्यम से यही साबित किया है कि प्रेम विवाह हर युवा का अधिकार है ओर वो बालिग होने के बाद ये कर सकता है ऐसी फिल्मों मे अक्सर माता पिता ओर समाज को दक़ियानूसी, अपराधी ओर दुश्मन दिखाया जाता है ओर प्रेमी युगल को महान दिखाया जाता है जिससे कम उम्र के युवाओ मे ये भावना जाग्रत होती है कि प्रेम ओर विवाह उनका अधिकार है वो अपने जीवन को जैसे चाहे जी सकते है I अभी हाल मे ही एक ओटीटी पर बाबी देओल ने ऐसी ही एक फिल्म मे काम किया जिसमे वो प्रेमी युगल को मारने निकलते है ऐसे फिल्मों से प्रेमी युगल को अपने माता पिता दुश्मन लगते हैं
विवाह भारतीय संस्क्रती मे एक ज़िम्मेदारी है लेकिन फिल्मों ओर कहानियो ने इसे फास्ट फूड कि तरह बना दिया है I ऐसे मे श्रद्धा मदन हत्याकांड ऐसे युवाओ के लिए आंखे खोलने वाला है I वहीं मुसलिम लड़को द्वारा हिन्दू लड़कियो के साथ प्रेम करना ओर मार देने के कई प्रकरण सामने आने के बाद इस केस मे भी साजिश से इंकार नहीं किया जा रहा है I बताया जा रहा है आफताब का श्रद्धा के अलावा कई ओर हिन्दू लड़कियो से भी फोटो सामने आए है