ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी प्राधिकरण के अधिकारियों की मनमानी और अकर्मण्यता के तमाम किस्से आप समाचारों में सुनते रहते हैं यहां अधिकारी ट्रांसफर होने के बाद भी पद नहीं छोड़ते हैं I यहां तक तो जनता फिर भी बर्दाश्त कर लेती है लेकिन जब एक शहीद का परिवार मात्र किसी चौराहे का नाम उस शहीद के नाम पर करने की मांग के लिए साल भर से प्रार्थना कर रहा हो और जनप्रतिनिधियों के द्वारा भी इस बात की सिफारिश लखनऊ मुख्य सचिव तक की जा रही हो उसके बाद भी अगर प्राधिकरण के कर्मचारी कुछ ना करें तो आम आदमी और शहीद का परिवार कहां जाए
जी हां 15 अगस्त को देश का 76 वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहे हैं ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लोगों के सामने यह सवाल अब सामने खड़ा हो गया है जानकारी के अनुसार पिछले साल सेना के हेलीकॉप्टर के क्रैश होने में शहीद हुए मेजर रोहित कुमार ग्रेटर नोएडा वेस्ट की एस सिटी (ACE City) सोसाइटी में रहते थे ऐसे में उनके परिवार ने ऐस सिटी के सामने के चौराहे का नाम उनके नाम पर करने का पत्र प्राधिकरण को लिखा शहीद के परिवार के साथ शहर के लगभग 5000 लोगों ने इस बाबत हस्ताक्षर करके एक एडिशन भी सरकार को भेजी मगर कमाल देखिए कि प्राधिकरण के अधिकारियों को यह छोटा सा काम असंभव लगता है । लोगो के अनुसार शहीद के परिवार की इस मांग पर शहीद को सम्मान देने वाले इस कार्य के लिए प्राधिकरण के पूर्व सीईओ नरेंद्र भूषण और वर्तमान सीईओ सुरेंद्र सिंह के पास समय नहीं है
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के समाजसेवी नवनीत चौहान ने एनसीआर खबर से बताया कि इस गोल चक्कर का नाम रखने के लिए सबसे पहली बार मेजर रोहित कुमार के परिजनों ने 8 नवंबर 2021 को पहला पत्र सौंपा जिस पर तत्कालीन सीईओनरेंद्र भूषण ने संज्ञान लेने का आश्वासन दिया था इसके साथ ही एक कॉपी जिलाधिकारी कार्यालय में भी भेजी गई परिजनों का दावा है कि इस विषय को लेकर वह ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ से तीन बार मिले प्राधिकरण ने इस प्रार्थना पत्र को उत्तर प्रदेश शासन को भेजे जाने का दावा किया लेकिन कुछ नहीं हुआ
दादरी विधायक ने भी भेजा सिफारिश पत्र, डा महेश शर्मा, सुरेंद्र नागर, नरेंद्र भाटी के पत्रों पर भी नही हुआ काम
इसके बाद परिजनों की मांग को दादरी विधायक तेजपाल नागर ने भी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से बातचीत करने का आश्वासन दिया और मई में इस मामले को लेकर औद्योगिक विकास संयुक्त सचिव अनिल कुमार को पत्र भेजा गया जिस पर मुख्यमंत्री कार्यालय के तरफ से इस पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए यही नहीं गौतम बुध नगर के सांसद डॉ महेश शर्मा एमएलसी नरेंद्र भाटी श्रीचंद शर्मा और राज्यसभा के उपसभापति सुरेंद्र नागर द्वारा भी प्राधिकरण को शहर के गोल चक्कर का नाम रखने के लिए पत्र भेजे गए लेकिन इतने जनप्रतिनिधियों के पत्र के बावजूद ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने गोल चक्कर का नाम मेजर रोहित कुमार के नाम पर नहीं रखा
प्राधिकरण के अधिकार क्षेत्र में नहीं है नाम रखना
इस मामले पर प्राधिकरण के सूत्रों का कहना है की किसी भी चौराहे को ऑफिशल ही तौर पर शहीद स्मारक घोषित करना प्राधिकरण के कार्यों से बाहर होता है शहीद स्मारक बनाने के लिए उत्तर प्रदेश शासन या जिलाधिकारी की तरफ से संतुष्टि की जाती है और वहीं से यह संभव हो पाएगा
साल भर के सभी के पास गुहार लगा कर थक चुके परिजनों के अनुसार अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से ही यह उम्मीद बाकी है कि शायद वो एक शहीद के सम्मान में इस चौराहे का नाम बदलकर मेजर रोहित कुमार चौक करवा दें ।