समाजवादी पार्टी पर राजभर के लगातार हमलों के बीच सपा ने उनकी पार्टी से गठबंधन तोड़ने की विधिवत घोषणा कर दी है। पार्टी की तरफ से शिवपाल सिंह यादव व राजभर के लिए पत्र जारी कर कहा गया है कि आप दोनों जहां सम्मान मिले वहां जाने के लिए आजाद हैं।
पार्टी के पत्र मे शिवपाल सिंह यादव के लिए लिखा गया है कि शिवपाल सिंह यादव जी, अगर आपको लगता है कि कहीं ज्यादा सम्मान मिलेगा तो आप वहां जाने के लिए स्वतंत्र हैं।
हमेशा ही स्वतंत्र रहा हूँ, राजनीतिक यात्रा में सिद्धांत एवं सम्मान से समझौता अस्वीकार्य है : बोले शिवपाल
शिवपाल यादव ने जवाब दिया है कि वह हमेशा ही स्वतंत्र रहे हैं लेकिन समाजवादी पार्टी के पत्र ने औपचारिक रूप से स्वतंत्र कर दिया है। इसके लिए उनका आभार। शिवपाल ने कहा कि राजनीतिक यात्रा में सिद्धांत एवं सम्मान से समझौता अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा कि वह जनता के बीच में रहते हैं और जनता के लिए निरंतर कार्य करेंगे।
वहीं, राजभर के लिए जारी किए गए पत्र में लिखा गया है कि ओमप्रकाश राजभर जी, सपा लगातार भाजपा के खिलाफ लड़ रही है। आपका भाजपा के साथ गठजोड़ है और आप लगातार भाजपा को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं। अगर आपको लगता है कि कहीं ज्यादा सम्मान मिलेगा तो आप वहां जाने के लिए स्वतंत्र हैं।
अखिलेश यादव के तलाक को मैं स्वीकार करता हूं : ओमप्रकाश राजभर
राजभर ने इस पर प्रतिकृया देते हुए कहा कि अखिलेश यादव के तलाक को मैं स्वीकार करता हूं। इस तलाक के पीछे मौलाना संदीप भदौरिया, अरविंद सिंह और नरेश उत्तम पटेल समेत अखिलेश के नौ रत्न हैं। ये वही लोग हैं जो अपना बूथ तक नहीं जिता सकते। समाजवादी पार्टी किसी के साथ ज्यादा दिन नहीं रहती। ये न कांग्रेस के साथ ही टिक सके और न ही बसपा के साथ।