उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार 2.0 के कार्यकाल को 100 दिन पूरे हो गए । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सरकार की उपलब्धियों पर एक बुकलेट के जरिए सबके सामने पेश किया । अपराधों को लेकर योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति का असर दिखाई दिया है, हालांकि बिजली, शिक्षा और सड़क के मामले में सरकार को अभी बहुत कुछ करना बाकी है
योगी सरकार के महत्वपूर्ण फैसले
1- सरकार बनते ही 100 दिन, 6 महीने और पांच वर्ष का लक्ष्य तय किया गया
2- किसानों का एक लाख 74 हज़ार करोड़ रुपए गन्ना मूल्य भुगतान किया
3- ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी 3 का आयोजन, 80 हज़ार से ज्यादा का निवेश हुआ
4- युवाओं को रोजगार देने के लिए प्रदेश भर में लोन मेलों का आयोजन
5- 100 दिन के अंदर 10 हज़ार पुलिस भर्ती के निर्धारित लक्ष्य को पूरा किया
6- योगी सरकार ने 100 दिन के अंदर अपराधियों और माफियाओं से 844 करोड़ की अवैध संपत्तियां जब्त की
7- धार्मिक स्थलों से 74,700 लाउडस्पीकर हटाए गए, जिनमे से 17,816 स्कूल में दिए गए
8- योगी सरकार ने 68,784 अतिक्रमण स्थलों और 76,196 अवैध पार्किंग स्थलों को मुक्त कराया
9- महिलाओं को मुफ्त गैस सिलेंडर और मुफ्त बस यात्रा की दी सौगात
10- युवा शक्ति को किया मजबूत, स्मार्टफोन और टैबलेट का हुआ वितरण
11- 100 दिन के अंदर 05 नए हवाई अड्डों के संचालन एवं प्रबंधन के संबंध में AAI और प्रदेश सरकार के बीच MoU
जनता के लिए प्रदेश मे बिजली बनी बड़ी समस्या, याद आया मायावती ओर अखिलेश यादव का दौर
एनसीआर खबर ने प्रदेश सरकार के इस दावे को जनता के नजरिए से समझने की कोशिश की है एनसीआर खबर आने वाले दिनों में सरकार के कामों की समीक्षा जनता के अनुभव के आधार पर करेगा आज की समीक्षा में सबसे पहले हम लोग बातें करेंगे उत्तर प्रदेश में बिजली की स्थिति पर सरकार के दावों और जनता के अनुभव की ।
2017 में जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के पहली बार मुख्यमंत्री बने उत्तर प्रदेश की बिजली व्यवस्था में बड़ा सुधार देखा गया लगातार बिजली की व्यवस्था को सही किया गया और 17 से 20 घंटे तक बिजली की व्यवस्था प्रदेश में बनाई गई पहली बार बीते 20 सालों में उत्तर प्रदेश के लोगों ने महसूस किया प्रदेश में बिजली आती भी है उत्तर प्रदेश का शो विंडो कहे जाने वाले गौतम बुध नगर में भी बिजली की व्यवस्था लगभग 22 घंटे तक सुचारू रूप से चलाई गई जिससे लोगों का सरकार में विश्वास बढ़ा था ।
लेकिन उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार द्वारा बनने के बाद प्रदेश में दिल्ली से विशेष तौर पर भाजपा में आए नौकरशाह एके शर्मा को बिजली मंत्री बनाया गया बीते साल एके शर्मा को लेकर तमाम ऐसे दावे किए गए थे कि वह प्रदेश की व्यवस्था को बदल देंगे और बहुत बेहतर नौकरशाह हैं ऐसे में बिजली मंत्री बनने के बाद यह उम्मीद की जा रही थी एके शर्मा बिजली विभाग मैं बड़े सुधार करेंगे ।
इस सरकार में पहले 100 दिन में अगर प्रदेश की जनता किसी बात से सबसे ज्यादा दुखी हुई तो वह उत्तर प्रदेश में बिजली की समस्या को लेकर दुखी हुई । इस समय प्रदेश भारी बिजली संकट से गुजर रहा है I हालत यह हुई कि लोगों को नए मंत्री बनने के पहले 100 दिनो मे एक बार फिर से मायावती ओर अखिलेश यादव सरकार वाले दिन याद आने लगे है ।
उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति बहुत बुरी है, छोटे कस्बों और गांवों में बमुश्किल 5 से 10 घंटे की बिजली सप्लाई हो पा रही है I कटौती कितनी है, बिजली कब आएगी और कब जाएगी कोई ठिकाना नहीं I सरकार के स्तर पर नई विद्युत इकाइयों के निर्माण अथवा उत्पादन बढ़ाने को लेकर अब तक कोई ऐसा ठोस उपाय नहीं हुआ है, जिससे यह लगता हो कि निकट भविष्य में समस्या दूर हो जाएगी, यहाँ तक कि राजधानी लखनऊ ओर गौतम बुध नगर जैसे औद्योगिक शहर में पहली बार बिजली की कटौती 5 से 6 घंटे तक रोजाना होने लगी ।
लखनऊ के अरविंद विद्रोही कहते है सत्य तो यही है कि वर्ष 2017 से 2022 तक की योगी आदित्यनाथ #सरकार में बिजली व्यवस्था दुरुस्त एवं चौकस हुई थी और अब चौपट हो चुकी है । उप्र में व्याप्त बिजली कटौती पर अगर हो सके तो गम्भीर विचार और तनिक तो शर्म करिये शर्मा जी … 2017 में योगी आदित्यनाथ सरकार के गठन के बाद से चौकस हुई बिजली व्यवस्था / आपूर्ति को 2022 आम चुनाव के बाद नई गठित योगी सरकार में ऊर्जा मंत्री बनने के बाद आप दुरुस्त नही रख सके और बिजली आपूर्ति चौपट हो गई ,कटौती जारी है।
वही एक भाजपा कार्यकर्ता ने एनसीआर खबर को बताया कि बकाये से मुक्ति एकमुश्त समाधान योजना में उपभोक्ता धनराशि जमा कर के लाभ ले रहे हैं और हर सरकार में यह लाभ लेते रहते हैं । लेकिन यह जो #बिजली कटौती का सिलसिला जारी है इससे मुक्ति कब मिलेगी ये कोई नहीं जानता I
जनता कि समस्याओ पर विपक्ष का सोना भी इस सरकार कि बड़ी सफलता है हालत ये है कि अखिलेश यादव ट्विटर से ही विपक्ष को चलाने मे लगे ओर जनता अपने लिए वैकल्पिक बिजली कि वयवस्था मे I
ऐसे में सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्री और विभागों के लिए 100 दिन 6 माह, 1 वर्ष, 2 वर्ष और 5 वर्ष की कार्य योजनाएं तय करने का जो प्लान बनाया है उसमें पहले 100 दिन में प्रदेश सरकार को बिजली के मामले में 10 में से 2 स्टार ही दिए जा सकते हैं और उम्मीद की जा सकती है कि अगले छह माह में बिजली मंत्री कुछ बेहतर कर दिखाएंगे नहीं तो जनता की ओर से बिजली मंत्री के बदले जाने की मांग सड़कों पर उतर कर भी की जा सकती है ।