देविका गोल्ड होम्ज के बॉयर्स ने लंबे समय से बिल्डर और उसकी मेंटेनेंस कंपनी के अधिकारियों से परेशान होकर अब ट्विटर के माध्यम से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से अपनी शिकायत दी जिसके बाद प्राधिकरण के अधिकारियों संजीव भदोरिया और मुदित त्यागी ने इस पर कार्यवाही करते हुए सोसायटी के बेसमेंट और चारों ओर जांच की। जिसमें उन्होंने बॉयर्स की शिकायतों में सच्चाई पाई और बिल्डर के ऊपर सेवा में कमी और लापरवाही के चलते 40000 का जुर्माना लगाया और आगे दोबारा ना होने देने की चेतावनी भी दी
बिल्डर ने आधा प्रोजेक्ट दूसरे बिल्डर को बेचा, बायर्स हुए परेशान
देविका सोशल वेलफेयर सोसाइटी के प्रेसिडेंट अनुराग खरे ने बताया कि बिल्डर और उसकी मेंटेनेंस कंपनी लंबे समय से बॉयर्स की तमाम शिकायतों और मांगों के बावजूद भी कोई जवाब नहीं देते। बिल्डर ने पूरे प्लॉट के दो टुकड़े कर एक टुकड़ा एक अन्य बिल्डर को बेच दिया है।
जिसके चलते पूरी सोसाइटी मुख्य सड़क से कटकर एक गांव की सोसाइटी जैसी हो गई है सोसायटी के निवासियों को मुख्य सड़क तक आने के लिए कम से कम सवा किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ता है। जिससे समय और ईंधन दोनों की बर्बादी हो रही है । भविष्य में हमें मुख्य सड़क से संपर्क मिल भी पाएगा कि नहीं यह बिल्डर की ओर से कोई भी स्पष्ट नहीं कर रहा है।
सोसाइटी के निवासी हिमांशु सक्सेना के अनुसार बिल्डर मूलभूत सुविधाओं को पूरा करने में अक्षम रहे हैं। जिसके चलते पिछले 3 महीने से बॉयर्स ने मेंटेनेंस चार्ज देना बंद किया हुआ है । बॉयर्स की मांग है कि काम करो और मेंटेनेंस लो। परंतु बिल्डर काम करने की जगह तरह तरह से निवासियों के ऊपर दबाव बना रहा है। कभी बिजली काट दी जाती है रिचार्ज नहीं करते कभी पानी बंद रहता है। और कूड़े और गंदगी का ढेर तो काफी लंबे समय से चारों ओर लगा है।
सोसायटी के एक निवासी आनंद के अनुसार यहां पर सिक्योरिटी , हाउसकीपिंग का कार्य जो बिल्डर्स की मेंटेनेंस एजेंसी का मुख्य कार्य है वह होता ही नहीं। लिफ्ट आए दिन बंद रहती हैं कई बार बुजुर्गों और महिलाओं के साथ परेशानी पेश आई है। जनरेटर और बिजली के पैनल का भी बुरा हाल है। पार्किंग में भी चारों ओर कूड़ा और जलभराव है।