फ्लोर टेस्ट से पहले ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने पद से इस्तीफे की घोषणा कर दी है I फेसबूक पर लाइव आकर उद्धव ठाकरे ने अपने इस्तीफे की घोषणा की I कोविड के कारण उनका इस्तीफा अनिल परव राज्यपाल के पास लेकर गए है I उन्होंने विधान परिषद से भी इस्तीफा देने की घोषणा कर दी। वह कल विधानसभा में होने वाले फ्लोर टेस्ट में नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि मैं नहीं चाहता कि कल शिवसैनिकों का खून बहे और वे सड़क पर उतरें। इसलिए मैं कुर्सी छोड़ रहा हूं।
इस्तीफे से पहले उन्होने सोनिया गांधी ओर शरद पवार को धन्यवाद दिया I उन्होने कहा मैंने वही किया जो बाल ठाकरे चाहते थे, आज की बैठक मे सिर्फ 4 लोग थे I लेकिन कुछ अच्छा होता है तो नज़र लग जाती है I हमारे सहयोगियों ने कभी हमारा विरोध नहीं किया लेकिन विरोध किसने किया आप जानते है I जिनको सब कुछ दिया वो भूल जाते है I मातों श्री पर सामान्य लोग आ रहे है
इससे पहले सुप्रीम अदालत ने हालांकि शिवसेना व्हिप चीफ सुनील प्रभु की याचिका पर स्टे लगा दिया है ओर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के फैसले पर रोक लगाने से सुप्रीम कोर्ट ने इनकार कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि राज्यपाल के फैसले को सही कहा और 30 जून को बहुमत परीक्षण की इजाजत दे दी थी। फ्लोर टेस्ट पर सुनवाई करते हुए शीर्ष अदालत ने कहा कि विधायकों की अयोग्यता का मामला लंबित होने से फ्लोर टेस्ट नहीं रुक सकता। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हमारी राय है कि इन मसलों का सही समाधान विधानसभा का सदन ही हो सकता है। अदालत ने बोम्मई केस का हवाला देते हुए कहा कि बहुमत का फैसला तो सदन में ही हो सकता है।
इस फैसले से सीएम उद्धव ठाकरे को तगड़ा झटका लगा है। हालांकि इससे पहले सीएम उद्धव ने कैबिनेट बैठक में मंत्रियों से ढाई साल तक सहयोग करने के लिए धन्यवाद कहा।