NCRKhabar Exclusive: यूपी चुनावो में जीत के बाद संगठन में बदलाव के लिए जिले के नेताओं में दावेदारी का शोर शुरू

2022 के उत्तर प्रदेश के चुनाव में विजय के साथ ही 2024 के चुनावो की तैयारी के लिए भाजपा के प्रदेश से लेकर जिले स्तर तक के संगठन में बदलाव की चर्चाएं शुरू हो गई भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को मंत्रिमंडल में ले जाने के बाद जल्द ही यह माना जा रहा है कि नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा की जाएगी जिसके बाद जिला स्तर पर और मंडल स्तर पर भी अलग-अलग दावेदारों ने अपने-अपने नाम आगे भेजने शुरू कर दिए हैं
गौतम बुध नगर जिला अध्यक्ष के पद पर जिलाध्यक्ष विजय भाटी लगातार दूसरी बार अध्यक्ष चुने गए थे जिन्होंने अपने दूसरे कार्यकाल में भी भाजपा को लगातार यहां से हर चुनाव में विजय बनाया लेकिन अब लगातार दो कार्यकाल के बाद विजय भाटी की जगह जिला अध्यक्ष के पद पर कौन आएगा इसको लेकर तमाम अटकलें लगनी शुरू हो गई हैं जहां एक और इस रेस में ब्राह्मण और गुर्जर दोनों समुदाय से तमाम लोग सांसद और विधायक के जरिए अपनी अपनी सिफारिशें लगाने में लग गए हैं वहीं कई लोग विजय भाटी के जरिए भी अपना नाम आगे बढ़ाने मैं लगे हैं
भाजपा के सूत्रों की माने तो खुद विजय भाटी अब जिले की राजनीति से उठकर क्षेत्रीय या प्रदेश की राजनीति में आगे अपनी राह देख रहे हैं , बीते समय में पंचायत और विधायक के चुनाव में जिस तरीके से उन्होंने टिकट के लालच को त्याग कर अध्यक्ष पद पर रहते हुए भाजपा को जीत दिलाई है उसे यह माना जा रहा है कि उनको संगठन में बड़े स्तर पर कोई जगह दी जा सकती है
वहीं गौतम बुध नगर जिले के सबसे महत्वपूर्ण मंडल बिसरख मंडल के अध्यक्ष के लिए भी ग्रेटर नोएडा वेस्ट के दावेदारों की लंबी लाइन खड़ी हो गई है ग्रेटर नोएडा वेस्ट बिसरख मंडल में वर्तमान अध्यक्ष रवि भदौरिया का कार्यकाल भी पूर्ण होने को है और माना जा रहा है कि अब इस पद पर भी नए अध्यक्ष की घोषणा हो सकती है
संभावनाओं और दावेदारी के बीच कई ऐसे नाम है जिन को लेकर एक बार फिर से चर्चाएं शुरू हो गई हैं कई लोग रवि भदोरिया के सफल कार्यकाल को आने वाले दावेदारों के लिए एक बड़ा चुनौती मान रहे हैं लेकिन उसके बावजूद पिछली बार रवि भदोरिया के सामने प्रतिद्वंदी रहे लोकेश त्यागी, दीपक यादव, जीतू सैनी जैसे नामों की चर्चाएं तेज हो गई हैं तो रवि भदोरिया की टीम में रहे आदित्य भटनागर, मुकेश चौहान, दिनेश बेनीवाल जैसे लोगों को रवि भदोरिया के उत्तराधिकारी के नाम पर सोचा जा रहा है
एनसीआर खबर ने इस मामले को लेकर जब लोकेश त्यागी से बात की तो उन्होंने संभावित दावेदारों में अपने आप को रखने से परहेज नहीं किया आपको बता दें कि लोकेश त्यागी भी अपनी सोसाइटी अरिहंत आर्डन में लगातार दूसरी बार AOA का चुनाव सर्वाधिक वोटों से जीत गए हैं वही उनके खिलाफ सबसे मजबूत मानी जा रही उनकी प्रमुख प्रतिदवंदी उनके एक तिहाई वोट पाकर सब प्रत्याशियों मे आखरी स्थान ही पा सकी, जिसके चलते ये माना जा रहा है कि इस दोहरी जीत के कारण उनकी दावेदारी मजबूत मानी जा सकती है
वही पतवारी गांव से आने वाले दीपक यादव भी अपनी दावेदारी को लेकर निश्चिंत हैं और उन्होंने एनसीआर खबर को बताया कि बिसरख मंडल में उनकी दावेदारी भी महत्वपूर्ण रहेगी वह पतवारी गांव से आते हैं और शहरी सोसाइटी में रहते हैं ऐसे में शहर और गांव दोनों ही तरफ उनका बराबर का भाव रहेगा जो ग्रेटर नोएडा वेस्ट की राजनीति के लिए महत्वपूर्ण है
हालांकि हर दावेदार संगठन के आदेश को सर्वोपरि मानकर ही आगे चल रहा है लेकिन इस पूरे पेज में खेल में एक पेंच फंस रहा है जिसका डर सभी को लग रहा है कि कहीं रवि भदौरिया एक बार विजय भाटी की तर्ज पर पुनः मंडल अध्यक्ष के पद पर काबिज ना हो जाए ऐसे में मंडल के दावेदारों का कहना है कि अगर रवि भदौरिया जिले में चले जाएं तो उनकी राह आसान हो सकती है
वहीं जिले में रवि भदौरिया के जाने की अटकलों से जिला स्तर के नेताओं के माथे पर परेशानी दिखाई देने लगी है लोग रवि भदौरिया और विजय भाटी के बीच बने संबंधों को लेकर डर रहे हैं कि कहीं विजय भाटी अपने उत्तराधिकारी के तौर पर मंडल के इस युवा नेता को जिले की सबसे बड़ी सीट पर काबिज ना करा दें वही सांसद डॉ महेश शर्मा और जेवर और दादरी के विधायकों के साथ रवि भदौरिया के मजबूत संबंध भी उनके लिए रहा आसान बनाते हैं हालांकि गुर्जर और ब्राह्मण की राजनीति में उनका ठाकुर होना उनके लिए नेगेटिव फीडबैक भी देता है ।
एनसीआर खबर ने मंडल और जिले की राजनीति को लेकर चल रही अफवाहों पर जब रवि भदौरिया से बात की तो उन्होंने दोनों ही पदों को लेकर स्पष्ट मना करते हुए कहा कि संगठन ने उन्हें 3 साल पहले बिसरख मंडल के लिए जो कार्यभार सौंपा था उन्हें उसे उन्होंने ईमानदारी से निभाया है वह शुरू से कार्यकर्ता रहे हैं और आगे भी कार्यकर्ता की तरह ही काम करेंगे भाजपा के कार्यकर्ता के लिए पद नहीं पार्टी महत्वपूर्ण हैं ऐसे में उनका बिसरख मंडल अध्यक्ष पद पर दोबारा आना या जिले में कहीं जाना सब मनगढ़ंत बातें हैं पार्टी उन्हें पूरे प्रदेश में जहां आदेश देगी वह वहां कार्य करेंगे
ऐसे में भाजपा गौतम बुध नगर के जिला संगठन में जिला अध्यक्ष से लेकर मंडल अध्यक्ष तक की सीटों पर किस तरीके की राजनीति का पदार्पण होगा कि आने वाले दिनों में देखने को मिलेगा