गौतमबुद्ध नगर में प्रचार का आज आखरी दिन जानिए तीनों विधानसभाओं में किस पार्टी की क्या है स्थिति ?
गौतम बुध नगर में चुनाव प्रचार का आज आखिरी दिन है ऐसे में सभी विधानसभाओं में सभी दलों के राजनीतिक दलों द्वारा प्रचार में आज पूरी ताकत झोंक दी जाएगी । आखरी दिन जिले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जेवर विधानसभा में प्रचार के लिए आ रहे है उनसे पहले अखिलेश यादव और प्रियंका गांधी भी यहां प्रचार के जरिए माहोल को गर्मा चुके है

नोएडा में भाजपा और कांग्रेस में बड़ी टक्कर
जिले की नोएडा विधानसभा में अभी भी कांग्रेस और भाजपा मुख्य प्रतिद्वंदी बने हुए हैं भाजपा के पंकज सिंह जहां लोगों से फिर एक बार मौका देने को कह रहे हैं वहीं कांग्रेस से पंखुड़ी पाठक उनको राजा का बेटा बता कर उनका विरोध कर रही है तो इस लड़ाई में तीसरे और चौथे पक्षकार सुनील चौधरी और कृपाराम शर्मा भी अपनी लड़ाई मैं बहुत पीछे नजर आ रहे हैं स्थिति यहां तक आ पहुंची की सुनील चौधरी कल प्रेस कॉन्फ्रेंस करके ना सिर्फ रोने लगे बल्कि परिवार सहित आत्महत्या तक की धमकी देने लगे नोएडा में आम जनता में पंकज सिंह के प्रति नाराजगी तो बहुत है मगर फिर भी किसी योग्य प्रत्याशी के ना होने से और प्रदेश में भाजपा सरकार ही बनाने की चाह में रुझान भाजपा की तरफ ही है बाहरी बनाम स्थानीय की लड़ाई में भी स्थानीय मतदाताओं का प्रतिशत कम होने के चलते पंकज सिंह इस रेस में अभी भी आगे बने हुए हैं
दादरी में राजकुमार भाटी और अन्नू खान की चर्चा लोगो मे मुख्य
दादरी विधानसभा का गणित अगर देखा जाए तो पहली बार यहां समाजवादी पार्टी मुख्य रूप से चर्चा में दिखाई दे रही है दादरी विधानसभा में पढ़ने वाले गांवों में अधिकांश जगह सम्राट मिहिर भोज की जाति को लेकर भाजपा प्रत्याशी द्वारा किए गए काम के खिलाफ माहौल बना हुआ है और लोग उसके परिणाम स्वरूप राजकुमार भाटी के साथ दिखाई दे रहे हैं राजकुमार भाटी भी इस मौके को छोड़ना नहीं चाहते हैं और उसके चलते गुर्जर समुदाय की जातिवादी राजनीति और युवाओं के रोजगार का मुद्दा और किसानों के मुद्दों पर पूरा प्रचार संभाले हुए हैं दादरी सीट पर ही बसपा के मनवीर भाटी और कांग्रेस के दीपक चोटीवाला को समय लोग बस भाजपा की मदद के रूप में देख रहे हैं
दादरी विधानसभा में माना जा रहा है कि बसपा और कांग्रेस को जाने वाला कोई भी वोट भाजपा के प्रत्याशी को जिताने में मदद करेगा वही जिले में इन सभी प्रत्याशियों की नींद एक निर्दलीय प्रत्याशी अनु खान ने उड़ाई है पहली बार ना जीत पाने वाला प्रत्याशी सारे प्रत्याशियों के लिए चैलेंज बनकर खड़ा हो गया है यहां अन्नू खान गांव और जाति की राजनीति के खिलाफ शहरी जनता की आवाज बनते दिख रहे हैं शहरी जनता में यह माना जाता है कि अधिकांश जनता भाजपा का वोटर है लेकिन भाजपा द्वारा लगातार ग्रेटर नोएडा वेस्ट और ग्रेटर नोएडा के फ्लैट बायर्स की समस्याओं को अनदेखा किए जाने के विरोध में तमाम लोग नोटा की जगह अनु खान को वोट देने का मन बना रहे हैं लोगों का स्पष्ट कहना है कि अन्नू खान हारने के बाद भी 10 या 20 हजार वोट पा जाते हैं तो कम से कम उसके बाद यहां के राजनेताओं में शहरी जनता को अन्यथा लेने की मानसिकता में परिवर्तन आएगा । ऐसे में अभी तक के माहौल में राजकुमार भाटी जहां प्रचार में सबसे आगे नजर आ रहे हैं वहीं अन्नू खान ऐसे प्रत्याशी भी दिखाई दे रहे हैं जो हार कर भी जीते हुए नजर आएंगे
जेवर में कौन बनेगा जनता की पसंद
मात्र कुछ महीनों पहले तक जिस जेवर में विधायक धीरेंद्र सिंह के नाम की तूती बोल रही थी आज वहां माहौल एकतरफा नहीं रह गया है । जेवर विधानसभा में जातीय गणित इस कदर उलझ गया है कि परिणाम किसके पक्ष में जाएगा यह कहना मुश्किल लग रहा है धीरेंद्र सिंह के खिलाफ समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अवतार सिंह भडाणा और बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार नरेंद्र भाटी ढाढ़ा दोनों ही जबरदस्त तरीके से अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं इस बात का अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि तीनों ही प्रत्याशियों के समर्थकों में आपस में मतभेद के बाद अब लड़ाई तक की खबरें आ रही हैं गुर्जर, ठाकुर, ब्राह्मण और मुसलमान की बहुलता वाली इस सीट पर भाजपा खुद को कितना असुरक्षित महसूस कर रही है इसको आप ऐसे भी समझ सकते हैं कि इस विधानसभा में पहले ब्राह्मणों के वोटों के लिए उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा आ चुके हैं और आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आ सकते हैं । अब ऐसे में भाजपा जेवर को पुनः जीत लेगी या यहां का इतिहास यहां का ब्राह्मण, गुर्जर और मुसलमान मतदाता तय करेगा ये 10 फरवरी को तय हो जाएगा