गौतम बुध नगर जिले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा हो और उसमें जिले के सांसद चेयरमैन और जिला पंचायत अध्यक्ष ना पहुंचे तो इसे गुटबाजी कई चरम ही कहा जाएगा । प्रचार के आखरी दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रबूपुरा में चुनावी जनसभा के दौरान भी यही देखने को मिला ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस जनसभा में भाजपा की गुटबाजी चरम पर दिखी इस सभा में जहां सुरेंद्र नागर, नरेंद्र भाटी और तेजा गुर्जर समेत तमाम लोग दिखाई दिए वहीं ब्राह्मण नेता और सांसद डॉ महेश शर्मा एमएलसी श्री चंद शर्मा दादरी नगर पालिका चेयरमैन गीता पंडित और जिला पंचायत अध्यक्ष अमित चौधरी इस मीटिंग में नहीं दिखाई दिया आपको बता दें इससे पहले मुख्य उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा की मीटिंग में भी यह लोग नहीं दिखाई दिए थे यहां तक कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की सभा में भी लोग नहीं आए थे
गुटबाजी के चलते जिले में दादरी और जेवर विधान सभा सीटों पर रुक सकता है भाजपा की जीत का रथ
दरअसल इस गुटबाजी की बात कोई नई नहीं है विधायक का चुनाव लड़ रहे धीरेंद्र सिंह और डॉ महेश शर्मा के बीच चल रही अदावत बीते 5 साल से कई बार दिखाई दी लेकिन चुनाव के समय पार्टी में इस तरीके का मुखर विरोध पार्टी को दादरी और जेवर स्वीट दोनों को नुकसान पहुंचा सकता है माना जाता है कि 2017 में डॉक्टर महेश शर्मा ही दादरी विधानसभा पर तेजपाल नागर और जेवर विधानसभा में धीरेंद्र सिंह को भाजपा में लाकर टिकट डलवाए थे लेकिन बाद में बदले परिवेश में तेजपाल नागर तो डॉक्टर महेश शर्मा के साथ लगे रहे धीरेंद्र सिंह और महेश शर्मा के रिश्ते खराब होते गए । बीते 15 दिनों में धीरेंद्र सिंह गुट के कई लोगों ने डॉ महेश शर्मा पर उनके खिलाफ ब्राह्मण समुदाय के समर्थन ना करवाने के आरोप भी लगाए जेवर विधानसभा में गुर्जर और ठाकुर समुदाय बराबर है इसलिए सारा खेल मुसलमान और ब्राह्मण वोटो पर आकर टिक जाता है ऐसे में अगर ब्राह्मण वोट कोई यहां के ब्राह्मण नेता न्यूट्रलाइज कर देते हैं तो जेवर सीट पर परिणाम बदल सकता है