चुनावी अखाड़ा : जिले में बसपा के प्रत्याशी और संगठन कैसे चलेंगे साथ साथ, कैसे होगा डिजिटल प्रचार
गौतम बुध नगर कभी मायावती के नाम से जाना जाता था और 2012 तक दादरी और जेवर सीटों पर तो बसपा का ही वर्चस्व रहा है हालांकि नोएडा सीट पर कभी भी बसपा अपना वर्चस्व नहीं बना सके और फिलहाल तीनों सीटो पर बीजेपी जीती ।
गौतम बुध नगर की नोएडा, दादरी और जेवर तीनों ही सीटों पर प्रत्याशियों की अंतिम सूची लगभग जारी हो चुकी है जेवर और दादरी में जहां नरेंद्र भाटी ढाढा और दादरी से मनवीर भाटी को बसपा ने टिकट दिया है वही नोएडा से इस बार भी बसपा ने ब्राह्मण प्रत्याशी पर लगाया है बसपा ने नोएडा से पुराने कांग्रेसी नेता कृपाराम शर्मा को टिकट दिया हालांकि इनकी औपचारिक घोषणा होना अभी बाकी है
डिजिटल चुनाव में कहां है बसपा
अब सवाल यह है कि चुनाव आयोग द्वारा डिजिटल प्रचार के सहारे होने वाले इस बार के चुनाव में बसपा कितनी सक्षम है इसको अगर जमीनी धरातल पर देखें तो जेवर और दादरी तीनों की जगह स्थिति भाजपा के मुकाबले बहुत पीछे हैं जेवर और दादरी में दोनों ही प्रत्याशी जहां परंपरागत और प्रचार में लगे हुए थे वही नोएडा में भी अभी तक का प्रचार घर घर का ही रहा है जमीनी स्तर पर किसी भी बड़ी रैली जैसा कोई प्रॉब्लम इस क्षेत्र में नहीं हो पाया है । जिले में बसपा के तमाम पुराने नेताओ का अन्य दलों में जाने से भी पार्टी संगठन कमजोर दिखा है । फिट ये हमेशा ये माना जाता रहा है कि बसपा का कैडर नेताओं से नहीं बहन जी के निर्देश और चेहरे पर वोट करता है ।
ऐसे में जिले की तीनों सीटों पर लगभग 1700000 वोटर्स के पास तक किस तरीके से वोटर तक तीनों प्रत्याशी पहुंचेंगे यह सवाल बड़ा हो रहा है हालांकि दादरी और जेवर में बसपा के लिए वापसी करना अपने कैडर वोट के सहारे कम कठिन लगता है लेकिन नोएडा में यह परिस्थिति बहुत मुश्किल है 2017 के चुनाव में बसपा नोएडा में तीसरे नंबर की पार्टी थी और उसको 10% से के करीब वोट मिला था ऐसे में बसपा का हाथी इन चुनावों में कितना तेज चलेगा उसकी कितनी दूर पड़ेगी आने वाले दिनों में स्पष्ट होगा