अतुल श्रीवास्तव । चुनाव आयोग के द्वारा चुनाव की घोषणा के बाद ही गाजियाबाद और नोएडा जिले में टिकट के दावेदारों लखनऊ परिक्रमा शुरू हो गई है समाजवादी पार्टी में तो कई दावेदार 3 दिन से लखनऊ में बैठे हुए तो बहुजन समाज पार्टी के भी सभी लोगों को आज सुबह ही लखनऊ तलब कर लिया गया कांग्रेस के सभी दावेदारों की सांसे भी अटकी हुई हैं । 2 दिन के अंदर इन पार्टियों में टिकट की घोषणा हो सकती है । दोनों ही जिले में लोग कोरोना काल में जनप्रतिनिधियों द्वारा की गई उपेक्षा को भूले नहीं हैं तमाम स्थानीय मुद्दों को लेकर भाजपा के वर्तमान विधायकों का विरोध है ऐसे में किस पार्टी में दावेदारों की क्या स्थिति है ये सवाल बड़ा है
भाजपा में वर्तमान विधायक रहेंगे या नए चेहरों को मिलेगा मौका
गाजियाबाद और गौतम बुध नगर जिले के वर्तमान विधायकों को भाजपा एक बार फिर से मौका देगी या फिर नए दावेदारों में से किसी नए चेहरे को टिकट दे देंगे इस बात को लेकर भाजपा में मंथन हो रहा है तीन स्तर पर हुई भाजपा सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर ही टिकट फाइनल किए जाएंगे । माना जा रहा है कि 14 जनवरी के बाद भाजपा के टिकट की सूची इन दोनों ही जिलों में जारी की जा सकती है गाजियाबाद और गौतम बुध नगर जिले के लगभग सभी सीटों पर विधायकों का स्थानीय विरोध चरम पर है नोएडा और दादरी सीट पर तो फ्लैट बायर्स की समस्याओं को लेकर तमाम लोग सोशल मीडिया पर कैंपेन चला रहे हैं सवाल कर रहे हैं कि इन विधायकों को तो जरूर बदला जाए ऐसे ही स्थिति गाजियाबाद में कई सीटों पर है
गांव और गुंडों की पार्टी की छवि से बाहर निकलने की कोशिश में है समाजवादी पार्टी
गौतम बुध नगर और गाजियाबाद दोनों ही जगह इस बार समाजवादी पार्टी लोकल लोगों के प्रत्याशी या कर गुंडों की पार्टी वाली छवि को बदलने की कोशिश में लगी है माना जा रहा है कि समाजवादी पार्टी इस बार प्रवासी प्रत्याशियों पर दाव लगा सकती है नोएडा से जहां ब्राह्मण और वैश्य चेहरे के बीच अभी तक कशमकश जा रही है वह गाजियाबाद में कई सीटों पर ऐसे प्रत्याशियों की खोज जारी है जिनका आधार प्रवासी लोगों के बीच ज्यादा हो
अभी तक कश्मकश में है कांग्रेस
सबसे खराब स्थिति दोनों ही जिलों में कांग्रेस की है कांग्रेसमें इतनी खराब स्थिति के बावजूद प्रत्याशियों के दावेदारों की संख्या सबसे ज्यादा है गाजियाबाद और नोएडा के हर सीट पर दर्जन भर से ज्यादा दावेदारों के बीच कांग्रेसी तय नहीं कर पा रही है कि महिलाओं को टिकट दे या जिताऊ प्रत्याशी को टिकट दे या फिर किसी नेता के कहने पर ऐसे आदमी को टिकट दे दे जो बिल्कुल भी वोट ना सके
आम आदमी पार्टी ने घोषित कर दिए है प्रभारी पर टिकट फाइनल है या नही पता नही
आम आदमी पार्टी ने भले ही टिकट घोषित कर दी हैं लेकिन यह फाइनल है या नहीं यह अभी तक कंफर्म नहीं हो पा रहा है हालात यह हैं कि कई सीटों पर अब तक तीन तीन बार प्रभारी बदले जा चुके हैं और खुद प्रभारियों को यह नहीं पता है कि वह चुनाव लड़ पाएंगे या नहीं स्थिति इतनी नाजो है कि प्रत्याशी बीमार होने के बावजूद बाहर यह बताने को तैयार नहीं कि कहीं उनकी बीमारी की खबर आते ही टिकट ना कट जाए
बहुजन समाज पार्टी के दावेदार पहुंचेंगे लखनऊ
जिले में अभी तक बहुजन समाज पार्टी से घोषित प्रत्याशियों को लखनऊ पहुंचने के निर्देश मिल चुके हैं और माना जा रहा है कि जिन लोगों के नाम अभी तक जारी कर दिए गए थे वहीं लोगों को आज के बाद कभी भी टिकट की घोषणा हो सकती है हालांकि सभी प्रत्याशी अपने प्रचार कर रहे हैं कई प्रत्याशियों ने एनसीआर खबर को बताया कि जब तक बहन जी से टिकट फाइनल ना हो जाए तब तक कोई फायदा नहीं