धर्म परिवर्तन की शिकायत के मामले में शिकायत दर्ज नहीं कर रही गौतमबुद्ध नगर पुलिस, पीड़ित की शिकायत पर समाजसेवी साधना सिन्हा का दावा वही पुलिस के अनुसार जांच के बाद ही ऐसे मामलो में होती है एफआईआर दर्ज

धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करने वाले के खिलाफ गौतमबुद्ध नगर पुलिस एफआईआर दर्ज करने की जगह एप्लीकेशन लेकर पूछताछ करने के नाम पर पीड़ित को ही वापस भेज दी है । महिला शक्ति सामाजिक समिति की अध्यक्ष साधना सिन्हा के अनुसार पीड़ित लड़की अपनी मम्मी के साथ आई और उसने हमारे पास एक कंप्लेन लिखित रूप में दी कि उसे दो अलग-अलग धर्म जाति के लोग धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर कर रहे हैं जिसमे एक उसकी स्कूल के टाइम की सीनियर सीरीन एवं दूसरा उसका दोस्त आरिफ खान मुझे जबरदस्ती दबाव दे रहा है की मैं उनके कहे अनुसार चलूं और उसके साथ संबंध बनाऊं वह मेरा जबरदस्ती धर्म परिवर्तन करवाने पर जोर दे रहे हैं जब मैंने विमेन सेल में उनकी कंप्लेंट डाली तो फिर वह मुझे बहुत बुरी तरह धमकाने लगा मेरे एक नंबर ब्लॉक करने पर वह अलग-अलग नंबरों से वह दोनों मुझे कॉल करने लगे मेरी मम्मी को भी उसने कॉल किया और हमें मारने की धमकी दे रहे हैं हमें उठवा लेंगे ऐसा कह रहे हैं अतः हमें बहुत डर लग रहा है हमारी मदद की जाए ।
उनकी शिकायत लेकर महिला शक्ति की टीम जिसमें अध्यक्ष साधना सिन्हा के अतिरिक्त अंजू पुंडीर शशि कौशिक गीता पुलिस एवं पूर्णिमा नाथ उपस्थित रहे पीड़िता को अपने साथ लेकर सूरजपुर थाने गई तो उन्होंने यह कह कर एफ आई आर दर्ज करने से इंकार कर दिया की यह केस इंदिरापुरम का है हमारा नहीं हम इसकी जांच करवाते हैं लेकिन एफ आई आर वही दर्ज होगी


साधना सिन्हा ने कहा कि यह कैसी व्यवस्था है पीड़िता यहां है अगर वह कभी अपने एक दोस्त से मिलने इंदिरापुरम जाती है और उसके बाद उसके साथ कोई घटना होती है फोन कॉल आते हैं धमकी के तो वो एफ आई आर दर्ज कराने इंदिरापुरम जाएगी क्या यह न्यायोचित है हमें इस पर सख्त ऐतराज है अगर ऐसी व्यवस्था है तो इसको बदलने की जरूरत है f.i.r. तो पीड़िता जहां भी है वही दर्ज होनी चाहिए
हम यह सवाल गौतम बुध नगर के माननीय पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह से करना चाहते हैं की यह कैसी व्यवस्था है कि एक डरी सहमी लड़की को तुरंत सुरक्षा देने की बजाय थाने पर उसकी एफ आई आर भी दर्ज नहीं की जाती है हमारा उन से निवेदन है की कृपया इस मामले को बड़ी संजीदगी से लेते हुए इसकी एफ आई आर दर्ज करवा कर अपराधियों को तत्काल सजा दी जाए ताकि उसके हौसले पस्त हो ना कि इन कानूनी दांवपेचओं के कारण हौसले बुलंद होते रहे
वही इस मामले पर सूरजपुर थाने के एक प्रभारी ने बताया कि इच्छा अधिकारियों ने इस मामले पर जांच करने को कहा है हमने दोनो आरोपियों को थाने बुलाया है लेकिन पीड़ित की एफआईआर दर्ज करने के नाम पर फोन काट दिया।
एनसीआर खबर ने इस मामले को लेकर वृंदा शुक्ला ने बात जिसमे उन्होंने बताया की ऐसे मामलो में हम पहले जांच करते है फिर एफआईआर करवाते है । 2 दिन में जांच हो जायेगी । वहीं उन्होंने पीड़ित द्वारा वूमेन सेल में शिकायत की बात को गलत बताते हुए कहा कि लड़की की कोई शिकायत वूमेन सेल में दर्ज नहीं हुई है और मीडिया सेंसेशन फैलाने के लिए बिना जांच के ऐसी न्यूज देता है ।
विमेन सेल में शिकायत ना मिलने के पुलिस के दावे पर साधना सिन्हा ने बताया कि लड़की ने पुलिस को फोन से शिकायत दी है और ये उसकी शिकायत में भी लिखा है । पुलिस अपनी जांच करे लेकिन एफआईआर दर्ज करने में समय लेना समझ से परे है