गुरुवार को गोपाष्टमी के दिन केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली में एक कार्यक्रम में काशी से 108 वर्ष पूर्व चोरी हुई माता अन्नपूर्णा की दुर्लभ मूर्ति उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार को प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री और विधायकों की मौजूदगी में सौंप दी। इस दौरान केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी, गाजियबाद के लोकसभा सांसद व केंद्रीय मंत्री वीके सिंह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, शिक्षा मंत्री व यूपी विधानसभा चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान समेत, दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता, उत्तर प्रदेश सरकार के गन्ना मंत्री सुरेश राणा, मंत्री कपिल देव अग्रवाल, मंत्री अनिल शर्मा, लोनी से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर, नई दिल्ली सांसद मीनाक्षी लेखी, सांसद मनोज तिवारी आदि उपस्थित रहें।
आपको बता दें 15 नवंबर को काशी में विश्वनाथ धाम में प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वंय करेंगे। माता अन्नपूर्णा की भव्य शोभायात्रा उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में चार दिनों तक निकाली जाएगी जिसके पहले चरण में गाजियाबाद में शोभा यात्रा की आगवानी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने भजन और कीर्तन गाते हुए स्वंय की। विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि यह देश के लिए सौभाग्य की बात है कि आज हमारे दुर्लभ धरोहर वापिस आ रहे है। देश सांस्कृतिक और धार्मिक रूप से मजबूत हो रहा है। पूरा उत्तर प्रदेश देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के प्रयासों का धन्यवाद और अभिनन्दन करता है जिनके कारण आज माता अन्नपूर्णा पुनः स्थापित है। मोदी और योगी जी के राज में सनातन संस्कृति-परंपरा समृद्ध हुई है और सनातन संस्कृति के प्रतीक चिन्हों की रक्षा हुई है।
“मोदी सरकार लगातार भारत की दुर्लभ धरोहरों की वापसी करवा रही है सुनिश्चित”
केंद्रीय पर्यटन और सांस्कृति मंत्री किशन रेड्डी ने उत्तर प्रदेश सरकार को माता अन्नपूर्णा की मूर्ति सौंपते हुए बताया कि 18वीं सदी की यह प्रतिमा वाराणसी से करीब 108 साल पहले चोरी हुई थी. इसके बाद इसे कनाडा ले जाया गया था। वर्ष 2014 के बाद से अब तक पीएम मोदी के कार्यकाल में 42 दुर्लभ धरोहरों की देश वापसी हो चुकी है, जबकि वर्ष 1976 से 2013 तक महज 13 दुर्लभ प्रतिमाएं और पेंटिंग ही भारत लाई जा सकी थीं. उन्होंने बताया कि अभी विदेशों में 157 मूर्तियों व पेटिंग्स को चिह्नित किया गया है, जिन्हें भारत लाया जाना है।