प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुटवार को उत्तर प्रदेश को एक और इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सौगात दी। उन्होंने ग्रेटर नोएडा के जेवर में भारत के सबसे बड़े एयरपोर्ट की आधारशिला रखी। इस अवसर पर PM मोदी के साथ CM योगी और यूपी सरकार के दूसरे मंत्री भी मौजूद रहे।
पी एम ने कहा कि आजादी के 7 दशक बाद, पहली बार उत्तर प्रदेश को वो मिलना शुरु हुआ है, जिसका वो हमेशा से हकदार रहा है।
डबल इंजन की सरकार के प्रयासों से, आज उत्तर प्रदेश देश के सबसे कनेक्टेड क्षेत्र में परिवर्तित हो रहा है
मेरठ की स्पोर्ट्स यूनिसर्विटी, मुरादाबाद का पीतल, आगरा का फुटवियर और पेठा, सहारनपुर का फर्नीचर हो, इन सभी उद्योगों को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाना अब और भी आसान होगा
हवाई अड्डे के निर्माण के दौरान रोज़गार के हजारों अवसर बनते हैं।
हवाई अड्डे को सुचारु रूप से चलाने के लिए भी हज़ारों लोगों की आवश्यकता होती है।
पश्चिमी यूपी के हजारों लोगों को ये एयरपोर्ट नए रोजगार भी देगा
यूपी में और केंद्र में पहले जो सरकारें रहीं, उन्होंने कैसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास को नजरअंदाज किया, उसका एक उदाहरण ये जेवर एयरपोर्ट भी है।
2 दशक पहले यूपी की भाजपा सरकार ने इस प्रोजेक्ट का सपना देखा था
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में होने वाले एयरपोर्ट के शिलान्यास का पहला चरण 2023-24 में पूरा होगा। इस अवसर पर CM योगी ने भी जनता को सम्बोधित किया।
नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की सीईओ किरण जैन ने कहा है कि हवाई अड्डे का डिजाइन यात्रियों की सुविधा के आधार पर तैयार किया गया है। हवाई अड्डे पर प्रक्रियाओं को डिजिटल रूप से सक्षम बनाया जाएगा। सितंबर / अक्टूबर 2024 तक परिचालन शुरू करने का लक्ष्य है।
जेवर एयरपोर्ट का टर्मिनल व परिसर को भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत होकर डिजाइन किया गया है। इसमें वाराणसी व हरिद्वार में कलकल करती गंगा किनारे के घाट का अनुभव होगा। नोडल अफसर, नियाल शैलेंद्र भाटिया ने मीडिया को बताया कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल प्रांगण को वाराणसी के गंगा घाट की तर्ज पर डिजायन किया गया है। जबकि, टर्मिनल बिल्डिंग की छत को गंगा में उठती लहरों की तर्ज पर डिजायन किया गया है। एयरपोर्ट को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए डिजाइन किया गया है। सफेद रंग की छत से सूर्य की रोशनी दिन भर टर्मिनल बिल्डिंग को रोशन रखेगी। मिनरल बिल्डिंग का मध्य भाग पुरानी हवेलियों के आँगन की झलक देगा।