दादरी के पूर्व विधायक महेंद्र भाटी की हत्या के आरोप में बारी हुए डीपी यादव संक्रीय राजनीति में लौट सकते हैं। रविवार को सराफाबाद में हुई एक सभा में बोलते हुए उन्होंने किसानों की समस्या को लेकर जल्द एक महापंचायत की घोषणा की । उन्होंने अपनी पार्टी राष्ट्रीय परिवर्तन पार्टी को मजबूत करने की योजना पर भी जानकारी दी जिसके बाद उनके एक बार फिर से सहसवान विधान सभा के लड़ना तय माना जा रहा है
वही किसानों के लिए साथ खड़े होने के सवाल पर उन्होंने प्राधिकरण के अधिकारियों पर हमेशा किसानों के साथ अन्याय का आरोप लगाते हुए कहा कि वो हरोला में चल रहे किसानों के आंदोलन को समर्थन देते रहे है ।
समाजवादी पार्टी का करेंगे नुकसान डीपी यादव
राजनैतिक विश्लेषक डीपी यादव के चुनावो से पहले छूटने और राजनीति में सक्रिय होने को समाजवादी पार्टी की राजनीति के लिए बड़ा खतरा मान रहे है । किस तरह से डी पी यादव किसानों और समाजवादी पार्टी के वोटरों को टारगेट करते नजर आ रहे हैं उससे माना जा रहा है कि नोएडा से लेकर इटावा तक कई सीटों पर डी पी यादव की पार्टी समाजवादी पार्टी के लिए नुकसानदायक साबित होगी अपने भाषण में भी डीपी यादव भाजपा के लिए नरम दिखाई दिए जिससे माना जा रहा है कि 2022 के चुनावों के बाद दीप यादव सरकार में भाजपा के साथ शामिल होते भी दिखाई दे तो कोई आश्चर्य नहीं होगा